किरकूक, ईराकः ईराक में हत्याओं की समाप्ति हेतु उपवास
ईराक के मोसुल नगर में विगत दिनों आठ ख्रीस्तीयों की हत्या तथा आगामी सप्ताह राष्ट्रीय
चुनावों की पृष्टभूमि में किरकूक के महाधर्माध्यक्ष लूईस साको ने उपवास दिवस की घोषणा
की जिसे ईराक के ख्रीस्तीय समुदाय ने पहली मार्च को मनाया।
रविवार को ख्रीस्तयाग
के दौरान प्रवचन करते हुए महाधर्माध्यक्ष लूईस साको ने देश में ख्रीस्तीयों के विरुद्ध
नित्य बढ़ती हिंसा पर गहन चिन्ता व्यक्त की थी तथा सभी से आग्रह किया था कि प्रभु ईश्वर
से सतत प्रार्थना करें ताकि ईराक के सभी नागरिक शान्ति एवं न्याय के वातावरण में जीवन
यापन कर सकें।
मोसुल में बर्बरतापूर्वक मारे गये ख्रीस्तीयों के सन्दर्भ में
महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि चुनावों से पूर्व ख्रीस्तीयों को डराना धमकाना तथा निर्दोष
ख्रीस्तीयों को निशाना बनाना घटिया कृत्य है जिसकी सर्वत्र निन्दा की जानी चाहिये। उन्होंने
कहा कि इस प्रकार के कृत्य ईश्वर की योजना का निरादर करते हैं क्योंकि ईश्वर ने हम सबको
भिन्न बनाया है। साथ ही ये मानवाधिकारों का अतिक्रमण करते, राष्ट्रीय विविधता एवं भागीदारी
को ठेस पहुँचाते तथा धार्मिक मूल्यों का अपमान करते हैं।
महाधर्माध्यक्ष ने कहा
कि देश से ख्रीस्तीयों का सफाया अथवा उनसे बलात इस्लाम धर्म मनवाना ईराक को और अधिक धर्मान्ध
एवं कट्टरपंथी बना देगा।
ईराक के ख्रीस्तीयों से उपवास एवं प्रार्थना दिवस में
भाग लेने का आग्रह कर महाधर्माध्यक्ष साको ने बताया कि इसका उद्देश्य इन जघन्य एवं हिंसक
कृत्यों का विरोध करना तथा ईराक के पीड़ित ख्रीस्तीय भाइयों के प्रति एकात्मता का प्रदर्शन
करना है। उन्होंने कहा कि उनका पूर्ण विश्वास है कि ईश्वर का न्याय अपरिहार्य है।