2010-02-27 20:07:34

वाटिकन सिटीः विश्व के विभिन्न भागों में ख्रीस्तीयों के विरुद्ध हिंसा पर वाटिकन की चिन्ता



विश्व के विभिन्न भागों में ख्रीस्तीयों के विरुद्ध निरन्तर जारी हिंसा पर वाटिकन प्रेस प्रवक्ता फादर फेदरीको लोमबारदी ने गहन चिन्ता व्यक्त की है।

ईराक के मोसुल शहर में विगत दस दिनों के अन्दर आठ ख्रीस्तीयों की हत्या के सन्दर्भ में वाटिकन टेलेविज़न के साप्ताहिक कार्यक्रम "ओक्तावा दियेज़" के लिये प्रकाशित सम्पादकीय में उन्होंने लिखा कि एक बार फिर ईराक में ख्रीस्तीयों के विरुद्ध हिंसा भड़क उठी है। कुछ ही दिनों पूर्व मोसुल शहर में क्रमबद्ध ढंग से ख्रीस्तीयों के सफाया हेतु परचियाँ बाँटी गई थीं जिनमें ख्रीस्तीयों को ईराक छोड़ने के लिये धमकियाँ दी गई थीं। उन्होंने लिखा कि ऐसा प्रतीत होता है कि स्थानीय प्रशासन ख्रीस्तीय समुदाय के विरुद्ध निरन्तर जारी हिंसा को रोकने में असमर्थ है।

इस बात पर उन्होंने बल दिया कि ईराक के ख्रीस्तीय नागरिकों को हिंसा और दमन का शिकार बनाया जा रहा है ताकि वे आतंकित होकर वहाँ से पलायन कर लें। उन्होंने स्मरण दिलाया कि यह दमन चक्र विदेशियों अथवा पश्चिमी जगत के विरुद्ध नहीं चलाया जा रहा है अपितु ईराक के ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों के विरुद्ध जो सदियों से ईराक के नागरिक रहे हैं तथा उसकी संस्कृति एवं परमपराओं में मूल बद्ध हैं।

फादर लोमबारदी ने लिखा कि ईराक की तरह ही भारत, पाकिस्तान तथा एशिया एवं अफ्रीका के कुछ देशों में ख्रीस्तीयों के विरुद्ध भेदभाव एवं हिंसा जारी है। उन्होंने कहा कि धर्म पर आधारित रूढ़िवाद तथा चरमपंथ घृणा एवं हिंसा को प्रश्रय देते हैं जिसकी क़ीमत विश्व के विभिन्न भागों में निवास कर रहे अल्पसंख्यकों को चुकानी पड़ती है।

अन्तराष्ट्रीय समुदाय का उन्होंने आह्वान किया कि वह विश्व के प्रत्येक भाग से चरमपंथ एवं हिंसा के उन्मूलन और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा हेतु उपयुक्त कदम उठाये क्योंकि न्याय एवं अधिकार को सर्वत्र विजयी होना चाहिये।








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