संत एजेदियो समुदाय द्वारा मृत्यु दंड की सज़ा देनेवाले राष्टों की संख्या में गिरावट
की सराहना
संत एजेदियो समुदाय ने मृत्यु दंड की सज़ा देनेवाले राष्टों की संख्या कम होते जाने की
सराहना की है। इस सप्ताह जेनेवा में तीन दिवसीय विश्व सम्मेलन का आयोजन किया गया था जिसमें
कहा गया कि प्रतिवर्ष लगभग 4 देशों ने मुख्य रूप से अफ्रीका और एशियाई देशों ने हाल के
वर्षों में मृत्युदंड देने की सज़ा को समाप्त कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय लोकधर्मी काथलिक
संगठन संत एजेदियो समुदाय तथा अन्य संगठन मृत्युदंड की सज़ा का उन्मूलन करने के लिए सघन
अभियान चलाते रहे हैं। संत एजेदियो समुदाय के प्रवक्ता मारियो माराजित्ती ने कहा कि मृत्युदंड
के खिलाफ एक नये प्रकार की प्रवृत्ति है जो संसार के लिए नया है। उन्होंने कहा कि 56
देशों में अब भी लोगों को मृत्यदंड दिया जाता है, जबकि 141 देशों में मृत्युदंड नहीं
दिया गया जिसमें 93 देशों में मृत्युदंड देने का प्रावधान समाप्त कर दिया गया है। यहाँ
तक कि चीन जहाँ सबसे अधिक मृत्युदंड की सज़ा दी जाती है वहाँ भी जजों ने इस माह इस सज़ा
के प्रयोग को सीमित करने को कहा। एमनेस्टी इंटरनेशनल के अनुसार चीन में 2008 में सात
हजार लोगों को मौत की सज़ा सुनाई गयी और उस वर्ष 1718 लोगों को मार दिया गया।