पंजाबः बटाला में ईसाइयों एवं हिन्दु चरमपंथियों के बीच झड़पों के बाद लगे करफ्यु में
ढील
पंजाब के बटाला नगर में ईसाइयों एवं हिन्दु चरमपंथियों के बीच 20 फरवरी को भड़की हिंसा
के बाद लगे करफ्यु में सोमवार को कुछ ढील दी गई। दिल्ली के एक प्रकाशक द्वारा बीयन
कैन एवं सिगरेट लिये प्रभु येसु मसीह की अपमानजनक तस्वीर छापे जाने के बाद ख्रीस्तीय
अल्पसंख्यकों ने प्रदर्शन आरम्भ किया था जिसका विरोध कर बजरंग दल, विश्व हिन्दु परिषद
एवं शिवशेना के हिन्दु चरमपंथियों ने हिंसा को भड़काया। बताया जाता है कि 20 फरवरी की
झड़पों में दस ख्रीस्तीय धर्मानुयायी घायल हो गये, कई दूकानों में तोड़ फोड़ मचाई गई
तथा सालवेशन आरमी प्रॉटेस्टेण्ट ख्रीस्तीय समुदाय के गिरजाघर को आग के हवाले कर दिया
गया। हिंसा के बाद अधिकारियों ने करफ्यु लगा दिया था। पंजाब के मुख्य मंत्री प्रकाश
सिंह बादल ने येसु मसीह की अपमानजनक तस्वीर के प्रकाशन की कड़ी निन्दा की है तथा कहा
है कि यह उन लोगों का घिनौना कृत्य है जो शान्ति को पसन्द नहीं करते तथा साम्प्रदायिक
घृणा फैलाते हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि अपराधियों को दण्डित करने हेतु पुलिस को आदेश
दे दिये जा चुके हैं। इस बीच, जालन्धर के काथलिक धर्माध्यक्ष अनिल कूटो ने शान्ति
एवं भ्रातृत्व की अपील की है। उन्होंने ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों से अपील की कि येसु
मसीह के सुसमाचार की शिक्षा को याद कर वे शान्ति एवं क्षमा को समर्थन दें तथापि उन्होंने
इस बात पर गहन चिन्ता व्यक्त की बहुत बार ख्रीस्तीयों की भावनाओं पर प्रहार करने हेतु
उत्तेजक कृत्यों एवं अपमानजनक तस्वीरों का उपयोग किया जाता है। कुछ हिन्दु संगठनों
ने भी प्रभु येसु मसीह की अपमानजनक तस्वीर के प्रकाशन की निन्दा की है तथा ख्रीस्तीय
समुदाय की भावनाओं से खिलवाड़ करनेवालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है।