धन्य मेरी मैकिलोप के संत बनाये जाने के तिथि की घोषणा के साथ ही ऑस्ट्रेलिया में खुशी
की लहर
धन्य मेरी मैकिलोप के संत बनाये जाने के तिथि की घोषणा के साथ ही ऑस्ट्रेलिया में खुशी
की लहर
सिडनी, 20 फरवरी, 2010 शनिवार (ज़ेनित): धन्य मेरी मैकिलोप की संत घोषणा
की तिथि निश्चित हो जाने के साथ ही ऑस्ट्रेलिया के ईसाइयों में खुशी की लहर दौड़ गयी
है।
सिडनी के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल जोर्ज पेल्ल ने एक प्रेस विज्ञप्ति ज़ारी
कर बताया कि रोम में 17 अक्तूबर के लिये निर्धारित संत घोषणा समारोह में मदर मैकिलोप
को सन्त बनाये जाने के समाचार से वे बहुत प्रसन्न हैँ।
उन्होंने कहा कि मेरी
मैकिल्लोप ने आदर्श काथलिक जीवन परंपरा को बरकरार रखते हुए सदा दूसरों को क्षमा किया
और अपनी धर्मबहनों के प्रति ही नहीं अपितु कलीसियाई नेतृत्व के प्रति भी गहन निष्ठा का
परिचय दिया, जिनका व्यवहार उनके प्रति सदैव सौम्य नहीं रहा था।
महाधर्माध्यक्ष
ने कहा कि मेरी मैकिल्लोप का जीवन ऑस्ट्रेलिया वासियों के लिये एक महान् आदर्श है।
ऑस्ट्रिया
के प्रधानमंत्री ने मदर मैकिल्लोप के संत बनाये की पुष्टि की ख़बर पर अपनी प्रतिक्रया
व्यक्त करते हुए कहा कि मेरी मैकिल्लोप का संत बनाया जाना ऑस्ट्रेलिया के लिये अति महत्त्वपूर्ण
है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि उनके जीवन से लोग प्रेरणा प्राप्त करेंगे।
उन्होंने
कहा कि ऑस्ट्रेलिया के इतिहास में वे एक ऐसे ‘असाधारण व्यक्तित्व ’ वाली महिला हैं जिन्होंने
शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सेवाओं से गरीबों के लिये कार्य किया और कई ऑस्ट्रेलियाई
युवाओं के जीवन की दिशा ही बदल दी।
मेरी मैकिल्लोप का जन्म सन् 1842 ई. में विक्टोरिया
में हुआ था। आपने संत जोसेफ को समर्पित पवित्र ह्रदय की धर्मबहनों के धर्मसंघ की स्थापना
की थी। आपका निधन सन् 1909 में हो गया था।
विदित हो कि यह धर्मसंघ अनाथ और उपेक्षित
बच्चों, बीमारों और वृद्धों की सेवा के लिये प्रसिद्ध है। आशा की जा रही है कि हज़ारों
की संख्या में ऑस्ट्रेलिया वासी संत घोषणा समारोह में हिस्सा लेने के लिये रोम आयेंगे।