भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की सामाजिक सम्प्रेषण संबंधी समिति द्वारा सम्प्रेषण
और सूचना पर आयोजित तीन दिवसीय सेमिनार का समापन 13 फरवरी को हुआ। सामाजिक सम्प्रेषण
संबंधी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष क्लाउदियो मारिया चेल्ली ने प्रतिभागियों
से कलीसिया का सम्प्रेषण संबंधी मिशन के पूरा करने के लिए नयी मीडिया संस्कृति और मानसिकता
को स्वीकार करने की जरूरत पर बल दिया। सामाजिक सम्प्रेषण संबंधी धर्माध्यक्षीय समिति
के अध्यक्ष कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेशियस ने कलीसिया द्वारा सम्प्रेषण को उच्च प्राथमिकता
देने के विषय पर कहा कि कलीसिया को अपने सम्प्रेषण को बेहतर बनाने के लिए सीखते रहने
की जरूरत है, वह अधिक से अधिक विशेषज्ञों को शामिल करे, प्रशिक्षण का प्रसार करे तथा
लोकधर्मियों और महिलाओं को शामिल करे। भारत में कलीसिया के अंदर विगत दस वर्षों में सम्प्रेषण
प्रेरिताई में बहुत परिवर्तन आया है लेकिन इसके साथ ही सम्प्रेषण प्रेरिताई के संदर्भ
में बेचैनी भी है कि उतनी तेजी से काम नहीं हो पा रहे हैं जितनी होनी चाहिए। उन्होंने
कलीसियाई नेताओं से आग्रह किया कि मानसिकता में परिवर्तन लाया जाये ताकि कलीसिया के मिशन
में सम्प्रेषण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाये। सेमिनार में सूचना पाने का अधिकार, मीडिया
में सूचना की भूमिका तथा कलीसियाई संस्थानों में सूचना पाने का अधिकार का कैसे विस्तार
किया जाये इस पर चर्चा की गयी।