कलीसिया निर्धनों का परित्याग नहीं करेगी – बेनेडिक्ट 16 वें
वाटिकन सिटी, 15फरवरी, 2010 सोमवार (ज़ेनित): संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने कहा है कि
काथलिक कलीसिया ग़रीबों से प्यार करती है और उन्हें कभी अकेला नहीं छोड़ेगी।
संत
पापा ने उक्त बातें उस समय कहीं जब उन्होंने, रविवार को, रोम स्थित कारितास द्वारा गरीबों
के लिये संचालित "डोन लुइजी दी लियेगरो केन्द्र" में शरण पा रहे लोगों को संबोधित किया।
संत
पापा ने कहा कि कलीसिया निर्धनों से प्रेम करती है और उनके प्रत्येक के चेहरे में येसु
के रूप को देखती है। येसु के दिल में ग़रीबों के लिये विशेष स्थान था। उन्होंने ग़रीबों
के लिये कार्य करते हुए अपनी एक विशेष पहचान बनायी थी।
संत पापा ने कहा कि कलीसिया
के सुसमाचार प्रचार मिशन में ईश्वरीय प्रेम का साक्ष्य देना महत्त्वपूर्ण तथ्य है।
उन्होंने
कहा कि मानव की आवश्यकता सिर्फ़ यह नहीं है कि उसे भौतिक रूप से मदद दी जाये। मानव की
आश्यकता तो यह भी है कि वह खुद को जाने, सत्य को पहचाने और आत्मसम्मान के साथ जीवन यापन
करे।
उन्होंने कहा कि कलीसिया चाहती है कि वह ग़रीबों और ज़रूरतमंदों की सेवा
करते हुए दुनिया को सत्य के बारे आलोक प्रदान करे।
उन्हें यह बताये कि मानव ईश्वर
का प्रतिरूप है जो येसु मसीह द्वारा बचाया गया है तथा उस ईश्वरीय अनन्त जीवन में सहभागी
होने के लिये बुलाया गया है जिसे स्वयं येसु ने तैयार किया है।
डोन लुइजी दी
लियेगरो सेवा केन्द्र में सेवारत कार्यकर्त्ताओं और स्वयंसेवकों की सन्त पापा ने तारीफ़
करते हुए कहा कि उनका विश्वास है कि ये लोग ईश प्रेम से परिपूर्ण और इसी कारण इनकी सेवायें
अधिक अर्थपूर्ण हो जातीं हैं।
मानव का यह अनुभव कि ईश्वर उससे प्यार करते हैं
मनुष्य में आशा की किरण जगाता है - एक ऐसी आशा जो उसे आंतरिक ताकत प्रदान करती है ताकि
प्रतिकूल परिस्थितियों, समस्याओं और असफलताओं के बावजूद उसकी आशा कभी धूमिल न हो।
संत
पापा ने स्वयंसेवकों को प्रोत्साहन देते हुए कहा कि वे सेवा करते समय येसु के उदाहरण
को अपने सामने रखें जिन्होंने ईश प्रेम की प्रकाशना हेतु मानव का रूप धरा तथा क्रूस पर
दर्दनाक मृत्यु स्वीकार की।
स्वयंसेवकों को सन्त पापा ने परामर्श दिया कि वे
महान संत लौरेंस के सेवाकार्यों से प्रेरणा ग्रहण करें तथा हर्ष और उत्साह के साथ ईश्वरीय
प्रेम का साक्ष्य दें।
इस अवसर पर संत पापा ने सेवा केन्द्र द्वारा संचालित स्वास्थ्य
सेवा केन्द्र, हॉस्टेल, कैंटिन और दवाखाना का भी दौरा किया तथा और एक स्मारक फलक पर आशीष
दी।