संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें कारितास द्वारा संचालित केन्द्र जायेंगे
रोम, 13 फरवरी, 2010, शनिवार (ज़ेनित): संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें रविवार 14 फरवरी को
कारितास द्वारा संचालित रोम के उस केन्द्र जायेंगे जहाँ आश्रयहीनों के लिये आवास की व्यवस्था
की गयी है।
कारितास की विज्ञप्ति में प्रकाशित किया गया कि अपने इस दौरे से संत
पापा सम्पूर्ण यूरोप को बताना चाहते हैं कि निराश्रितों की मदद करना आवश्यक है।
कारितास
के अनुसार संत पापा एक स्वास्थ्य सेवा केन्द्र, हॉस्टेल और वहाँ स्थित कैंटीन भी देखने
जायेंगे।
कार्यक्रम के अनुसार संत पापा सेवा केन्द्र में कार्य करने वाले कार्यकर्त्ताओं,
डॉक्टरों, नर्सों और करीब 300 स्वयंसेवी कार्यकर्त्ताओं को संबोधित करेंगे।
इस
अवसर पर रोम के नगराध्यक्ष जान्नी आल्लेमानो और रोम धर्मप्रांत के प्रतिधर्माध्यक्ष कार्डिनल
अगोस्तिनो वाल्लिनी भी उपस्थित होंगे।
स्मरण रहे कि कारितास इस तरह के चार सेवा
केन्द्रों द्वारा करीब 1300 लोगों के लिये प्रतिदिन भोजन की व्यवस्था करता है। इस केन्द्र
द्वारा एचआईवी पीड़ित लोगों, आप्रवासियों एवं बच्चों की भी देख-रेख की जाती है। निर्धनों
के लिये एक दूकान भी भी खोली गई है जिसमें लोग कम दामों पर वस्तुएँ खरीद सकते हैं।
कारितास
इटली के अनुसार हाल के वर्षों में सहायता पाने के इच्छुक लोगों में 20 प्रतिशत वृद्धि
हुई है।
यूरोपीय देशों ने, सन् 2010 को, निर्धनता और सामाजिक बहिष्करण के उन्मूलन
हेतु समरेपित रखा है इसी के मद्देनज़र कारितास ने "ज़ीरो पोवर्टी" अभियान आरम्भ किया
है ताकि निर्धनता के मूल कारणों को समाप्त किया जा सके।
कारितास यूरोप
के अध्यक्ष फादर एरनी गिलन ने कहा है कि ग़रीबी धन का अभाव मात्र नहीं है अपितु ग़रीबी
व्यक्ति के तन, मन और आत्मा को भी प्रभावित करती है।
उन्होंने कहा कि मानव समुदाय
होने के नाते हम किसी एक व्यक्ति को भी ग़रीबी के चँगुल में फँसते नहीं देख सकते।
कारितास
अध्यक्ष ने बताया कि यूरोप में 7 करोड़ 9 लाख लोग ग़रीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे
हैं जिसमे 1 करोड़ 9 लाख बच्चे हैं।