मछुआरों की मेषपालीय सहायता के लिए बेहतर अभिगम का विकास किये जाने का आह्वान
प्रवासियों और यायावरों संबंधी परमधर्मपीठीय समिति के सचिव महाधर्माध्यक्ष अगोस्तीनो
मारकेतो ने मछुआरों की मेषपालीय सहायता के लिए बेहतर अभिगम का विकास किये जाने का आह्वान
किया है। उन्होंने इंटरनेशनल फिशिंग कमिटी औफ द अपोस्लशिप औफ द सी की बैठक को सम्बोधित
करते हुए कहा कि विश्व भर में 30 मिलियन मछुआरे हैं जो बहुत ही चुनौतीपूर्ण समुद्री परिस्थति
में काम करते हैं। दुर्घटनाओं और त्रासदियों की दर बहुत अधिक है, अनेक देशो में मछली
पकड़ना सबसे घातक पेशा है। उन्होंने कहा कि हाल के बर्षों में मछली पकड़नेवाली नौकाओं
का तकनीकि विकास होने तथा मतस्य उद्योग का भूमंडलीकरण होने से अनेक मछुआरों और मछुआ समुदायों
की जीविका और सामान्य स्थिति पर गहरा प्रभाव हुआ है। उन्होंने कहा कि विश्व के प्रमुख
15 मछली पकड़नेवाले क्षेत्रों में चार क्षेत्र समाप्त हो चुके हैं तथा नौ क्षेत्रों में
मछलियों की संख्या कम हो रही है। इसलिए समुद्र और विश्व का मानव समुदाय जो एक दूसरे पर
निर्भर है इसकी रक्षा की जानी है तो वर्तमान स्थिति को जारी रहने की अनुमति नहीं दी जा
सकती है