भारत के तमिलनाडु राज्य स्थित वेलांकनी में आयोजित भारतीय पुरोहितों के सम्मेलन को तमिलनाडु
विधानसभा के सदस्य पीटर अल्फोंस ने 9 फरवरी को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे भारतीय पुरोहितों
के समर्पण और निष्ठा तथा लोगों की सेवा के लिए अर्पित उनके बहुमूल्य जीवन और ताकत को
सलाम करते हैं। कादायनालूर विधानसभा क्षेत्र के काथलिक विधायक अल्फोंस ने देश के कोने
कोने से आये पुरोहितों का स्मरण करते हुए कहा कि पुरोहितों ने भारतीय काथलिक कलीसिया
की जड़ो का प्रसार करने के लिए कड़ी मेहनत की है। वे काथलिक कलीसिया के लिए महान वरदान
हैं। इस सम्मेलन ने पुरोहितों के त्याग, बलिदान और जीवन को समझने के लिए लोकधर्मियों
को एक अवसर प्रदान किया है। विधायक महोदय ने पुरोहितों के धर्मसंघ के अध्यक्ष कार्डिनल
क्लाउदियो हयूमस से कहा कि वे संत पापा को यह बतायें कि भारत के काथलिक विश्वासियों सहित
लोकधर्मियों के प्रतिनिधि के रूप में यह कहना चाहते हैं कि वे पुरोहितों की मिशन और सेवा
भावना का बहुत सम्मान करते हैं। विधायक महोदय ने सम्मेलन के पुरोहितों को भी स्मरण कराया
कि काथलिक विश्वासी चाहते हैं कि पुरोहित देखभाल करनेवाले, सहानुभूतिपूर्ण और उदार हों।
आज के कृत्रिम विश्व में हमें सबकुछ प्राप्त होती है लेकिन जब आध्यात्मिकता की बात आती
है तो आध्यात्मिक पोषण पुरोहितों से ही प्राप्त होता है। इसलिए हमारे पुरोहित प्रार्थना
करें और आशीष दें। उन्होंने कलीसिया में पुरोहितों और लोकधर्मियों की भूमिका के बीच विद्यमान
दूरी को भी दूर करने का आग्रह करते हुए कहा कि दोनों के बीच भिन्नता कार्य़ के स्वरूप
पर हो न कि संरचनात्मक हो। लोकधर्मियों की सहभागिता को बढ़ाने के लिए कलीसिया स्वयं को
और अधिक खोले।