रोमः वैश्विक मन्दी का कारण निम्न जन्म दर कहना वाटिकन अर्थशास्त्री का
वाटिकन शहर में धर्म के कार्यों के लिये स्थापित वित्तीय संस्था के अध्यक्ष एत्तोरे तेदेस्की
ने वाटिकन टेलेविज़न को दी एक भेंटवार्ता में कहा कि वैश्विक आर्थिक मन्दी का कारण बैंककर्त्ता
नहीं हैं अपितु निम्न जन्म दर इसका कारण है। उन्होंने कहा कि आर्थिक संकट का कारण वे
लोग हैं जो भविष्य में विश्वास नहीं करते तथा सन्तान उत्पन्न नहीं करते।
उन्होंने
इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि पश्चिमी गोलार्द्ध के देशों में जनसंख्या दर शून्य
रही है अर्थात् औसतन दो बच्चों से अधिक किसी परिवार में बच्चे नहीं हुए और इसी कारणवश
समाज की संरचना में आमूल परिवर्तन हुआ।
अपनी बात को स्पष्ट करते हुए उन्होंने
बताया कि जन्म दर के घटने से उत्पादन क्षम्य श्रम जगत में प्रवेश करनेवाले युवाओं की
संख्या कम हो गई है तथा उन सेवानिवृत्त वृद्धों की संख्या बढ़ गई जो अपने भरण पोषण के
लिये समाज पर निर्भर रहते हैं।
उन्होंने कहा कि व्यवहारिक तौर पर इस आर्थिक एवं
समाजिक संरचना की क़ीमत बहुत बढ़ गई है तथा यदि यही रवैया रहा तो सामाजिक एवं स्वास्थ्य
सम्बन्धी समाज के खर्चों में और अधिक वृद्धि आयेगी और उसके साथ साथ निर्धनता बढ़ती रहेगी।
ऐसी स्थिति में, उन्होंने कहा, राजकीय करों का बढ़ना भी स्वाभाविक है।
इसके अतिरिक्त
उन्होंने बताया कि युवाओं में बेरोज़गारी और उसके परिणामस्वरूप बजत न करने करने की नवीन
प्रवृत्ति भी आर्थिक मन्दी के लिये ज़िम्मेदार है।