कक्षाओं में क्रूस रखने की स्वतंत्रता के उल्लंघन पर अपील
रोम, 6 फरवरी, 2010 शनिवार (ज़ेनित)। इताली सरकार मानव अधिकारों सम्बन्धी यूरोपीय अदालत
के नवम्बर माह में दिये फैसले पर अपील कर रही है जिसमें सार्वजनिक स्कूलों में क्रूस
की प्रतिमा रखने का विरोध करते हुए अदालत ने कहा था इटली के सरकारी स्कूलों में क्रूस
की प्रतिमा स्वतंत्रता का उल्लंघन है।
इताली अपील में कहा गया है कि क्रूस उनके
इतिहास और पहचान का प्रतीक चिह्न है। इसमें इस बात को भी स्पष्ट किया गया है कि क्रूस
को कक्षाओं में रखे जाने का महत्व धार्मिक से अधिक ऐतिहासिक और परंपरागत है। अपील में
कहा गया कि इटली के लिये ख्रीस्तीय धर्म उसकी संस्कृति की जड़ों का प्रतिनिधित्व करता
है।
इसके साथ ही क्रूस की प्रतिमा नैतिक सन्देश देती है जो धर्मनिर्पेक्ष मूल्यों
के परे है तथा किसी को भी किसी एक धर्म के पालन अथवा न पालन करने पर मजबूर नहीं करती
है।
उक्त प्रकरण पर यदि यूरोपीय अदालत द्वारा मानवाधिकारों सम्बन्धी यूरोपीय
अधिनियम की ग़लत व्याख्या की गई है तो इस अपील पर विचार किये जाने की सम्भावना है।