पाकिस्तानः समाज कर्त्ताओं की चेतावनीः 12 वर्षीय ख्रीस्तीय किशोरी की हत्या अदण्डित
रह सकती है
पाकिस्तान के ख्रीस्तीय नेता एवं मानवाधिकार कार्यकर्त्ताओं ने एक 12 वर्षीय ख्रीस्तीय
किशोरी की हत्या के प्रकरण पर हो रहे विलम्ब पर गहन चिन्ता व्यक्त की है। उनका कहना है
कि पुलिस एवं प्रशासन अपराधी का पक्ष ले रहे हैं। 23 जनवरी को, लाहौर में, 12 वर्षीय
ख्रीस्तीय किशोरी शाज़िया बशीर का बलात्कार कर हत्या कर दी गई थी। हत्या का प्रमुख संदिग्ध
लाहौर का धनी एवं शक्तिशाली मुसलमान वकील चौधरी मुहम्मद नईम है जिसके घर में ख्रीस्तीय
किशोरी शाज़िया बशीर घरेलु नौकर थी। लाहौर का बार एसोसियोशन भी संदिग्ध की तरफदारी कर
रहा है तथा कारावास में उसे सुविधाएँ दी जा रही हैं। पाकिस्तानी काथलिक कलीसिया की
न्याय एवं शान्ति सम्बन्धी समिति के अध्यक्ष पीटर जैकब ने एशिया समाचार से कहा कि जब
निर्धनों को न्याय दिलाने तथा धनवान शक्तिशालियों को दण्ड देने की बात आती है तब सरकार
के पास उपयुक्त साधन नहीं होते। उन्होंने कहा कि काथलिक कलीसिया सहित पाकिस्तान के मानवाधिकार
दल शाज़िया बशीर के लिये न्याय तथा अपराधी के लिये न्यायोचित दण्ड की मांग कर रहे हैं। इस
बीच ऑल पाकिस्तान मायनोरिटी अलाएन्स एवं पाकिस्तानी मसीही लीग ने किशोरी के मृत्यु प्रमाण
पत्र में फेर बदल का आरोप लगाकर पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय से अपील की है कि अपराधी
को दण्डित करने के लिये वह कुछ करे।