नई दिल्ली, 30 जनवरी, 2010 (उकान)। यूरोपियन यूनियन की एक 12 सदस्यीय टीम उड़ीसा के कंधमाल
जिले का दौरा करेगी। ज्ञात हो कि विगत दिनों में समाचारों में बताया गया था कि सरकार
से सहयोग के अभाव में दौर के स्थगित हो सकता है। उकान समाचार के अनुसार अगले सप्ताह
ईयू की टीम कंधमाल का दौरा करेगी। हालांकि अब भी यह स्पष्ट नहीं है कि टीम को किन बातों
और मुद्दों के बारे में जानकारी लेने की अनुमति दी जायेगी। कटक-भुवनेश्वर धर्मप्रांत
के फादर अजय सिंह ने बताया कि ईयू की टीम को इस बात की अनुमति नहीं दी जायेगी कि कंधमाल
के बारे में कोई रिपोर्ट का प्रकाशन करें या इसके बारे में कोई संवाद मीडिया कर्मियों
को दें। यूरोपियन यूनियन के प्रस्तावित कंधमाल दौरे के बारे में बोलते हुए सीबीसीआई
के प्रवक्ता बाबु जोसेफ ने समाचार की पुष्टि करते हुए बताया कि कंधमाल पर तथ्य जमा करने
वाली टीम 2 से 5 फरवरी तक क्षेत्र का दौरा करेगी। ज्ञात हो कि पूर्व योजना के अनुसार
यूरोपियन यूनियन की टीम 17 जनवरी 2010 में कंधमाल का दौरा करने वाली थी। टीम के सदस्यों
ने इस दौरे को रद्द कर दिया था क्योंकि सरकार सदस्यों को इस बात की अनुमति नहीं दे रही
थी कि वे कंधमाल के गाँवों के दौरा करें। अब सरकार ने केन्द्र सरकार के दबाव पर अपना
मन बदल दिया है। बाबू जोसेफ ने बताया कि कंधमाल के लोग ईयू टीम के दौरे का समाचार
पाकर उत्साहित हैं। बाबू जोसेफ ने यह भी बताया कि टीम के सदस्य इसे सिर्फ़ ईसाइयों पर
आक्रमण के रूप में नहीं ले रहे हैं वे इसे मानव अधिकारों के हनन की दृष्टि से देख रहे
हैं। उन्होंने कहा है कि भारत द्वारा कंधमाल मामले में टीम के साथ सहयोग का भारत
पर सकारात्मक असर पड़ेगा। इससे धर्मनिर्पेक्ष और मानव अधिकारों को उचित सम्मान देने
वाले राष्ट्र रूप में भारत की छवि सुधरेगी। ज्ञात हो कि भारत का यूरोपीय यूनियन के
साथ हमेशा से अच्छा संबंध रहा है विशेषकर व्यापार और संस्कृति के संबंध में दोनों एक-दूसरे
के साथ सहयोग करते रहे हैं।