नई दिल्लीः भारतीय गणतंत्र की 60 वीँ वर्षगाँठ पर काथलिक कलीसिया की भूमिका पर कार्डिनल
ग्रेशियस के साथ बातचीत
भारतीय गणतंत्र की 60 वीँ वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में एशिया समाचार ने मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष
कार्डिनल ऑस्वल्ड ग्रेशियस के साथ देश में कलीसिया की भूमिका पर बातचीत की। बातचीत
में कार्डिनल महोदय ने कहा कि भारतीय काथलिक कलीसिया हमेशा ही देश के निर्माण हेतु सेवाएँ
अर्पित करती रही है। उन्होंने कहा कि येसु ख्रीस्त के सुसमाचार का मूल सन्देश प्रेम एवं
सेवा है और उसी के अनुकूल कलीसिया, धर्म और जाति का भेदभाव किये बिना, ज़रूरतमन्दों की
सेवा करती रही है। उन्होंने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि भारत सरकार के बाद काथलिक
कलीसिया वह वृहत संस्था है जो देश में शिक्षा प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी
शिक्षा प्रेरिताई का उद्देश्य विद्याथियों को सभी क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान कर
उनके अखण्ड विकास को साकार करना है ताकि वे देश एवं समाज के रचनात्मक निर्माण में योगदान
दे सकें। काथलिक कलीसिया की स्वास्थ्य प्रेरिताई का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा
कि काथलिक संस्थाएँ विशाल नगरों में ही नहीं अपितु भारत के दूरस्थ गाँवों में लोगों को
चिकित्सा एवं उपचार प्रदान कर रहीं है। साथ ही लोगों के बीच समझदारी एवं मैत्री को प्रोत्साहित
करने के लिये वह अन्तरधार्मिक वार्ता पर अपना ध्यान केन्द्रित कर रही है। पर्यावरण की
सुरक्षा के लिये भी काथलिक कलीसिया द्वारा अनेक कायर्क्रम आरम्भ किये गये हैं जो सृष्टि
के संसाधनों के शोषण को रोकने पर आधारित हैं। कार्डिनल महोदय ने कहा कि काथलिक कलीसिया
के समस्त कार्यों का लक्ष्य मानव का अखण्ड विकास करना तथा मानव प्रतिष्ठा के सम्मान को
प्रोत्साहित करना है।