नयी दिल्ली, 23 जनवरी, 2010 ( उकान) । शांति और न्याय के लिये बनी भारतीय कैथोलिक धर्मध्यक्षीय
समिति ने सरकार से अपील की है कि वह ‘आर्म्स ट्रेड ट्रिटी’ पर हस्ताक्षर करे। इस संधि
के अनुसार हथियारों का प्रयोग ज़िम्मेदारीपूर्वक किया जा सकेगा। उक्त बात की जानकारी
देते हुए शांति और न्याय के लिये बनी आयोग के सचिव कपुचिन फादर निथिया सहायम ने कहा कि
भारतीय अंहिसा पर विश्वास करते हैं पर सरकार अब तक हथियार व्यापार-संधि पर अपने निर्णय
स्पष्ट नहीं किये हैं। उन्होंने आगे कहा कि नीति-निर्माताओं को प्रभावित करने के लिये
युवाओं के सहयोग की आवश्यकता है। इस बात की जानकारी देने और लोगों को सचेत करने के
लिये फादर निथिया ने 22 जनवरी को एक पत्र उन संगठनों को लिखा है जो शांति और न्याय के
लिये कार्य करते हैं। फादर ने बताया कि देश की जनता सरकार को टैक्स देती है ताकि इससे
लोगों का विकास हो पर उससे हथियार खरीदे जातै हैं। इससे शांति प्रयासों को आघात पहुँचता
है। उन्होंने आगे कहा कि एशिया में भारत और पाकिस्तान ही दो ऐसे देश है जिनके पास
परमाणु शस्त्र हैं और इन्होंने शस्त्र व्यापार संधि पर हस्ताक्षर नहीं किये हैं। फादर
निथिया ने क हा है कि शांति और अधिकार के लिये कार्य करना सिर्फ़ हमारा दायित्व नहीं
है पर अति महत्त्वपूर्ण कार्य है जिसे अभी ही किया जाना चाहिये।