बेल्जियम के येसुसमाजी मिशनरी फादर विक्टर वान वोरटल के अंत्येष्टि समारोह में विभिन्न
धर्मों के सैकड़ों लोग शामिल
झारखंड राज्य के निर्धन आदिवासी युवाओं के लिए काम करनेवाले बेल्जियम वासी येसुसमाजी
मिशनरी फादर विक्टर वान वोरटल का निधन 18 जनवरी को 84 वर्ष की आयु में हुआ। किशोर नगर
के विद्यार्थियों की माँग पर फादर वान बोरटल को नामकुम स्थित कृषि प्रशिक्षण केन्द्र
के बदले में बड़गांव स्थित किशोर नगर बोयस टाऊन परिसर में ही दफनाया गया ताकि उनके फादर
हमेशा के लिए उनके साथ रहें। बेलजियम मिशनरी पुरोहित फादर जोस डिकाइपर ने किशोर नगर
के सभागार में आयोजित अंत्येष्टि ख्रीस्तयाग के दौरान प्रवचन करते हुए कहा कि उनके दिवंगत
सहयोगी हठी पवित्र व्यक्ति थे जो निर्धन बच्चों को धनी बनाने के लिए स्वयं निर्धन बन
गये। ज्ञात हो कि स्वर्गीय फादर वान वोरटल किशोर नगर नाम से विख्यात ब्वायस टाऊन के संस्थापक
थे. वे विगत छह माह से बीमार थे और एक सप्ताह पूर्व मांडर स्थित होली फैमिली अस्पताल
में भर्ती किये गये थे। स्वर्गीय फादर वान वोरटल 1946 में येसुसमाज में शामिल होने
के बाद राँची आये और 1959 में पुरोहित अभिषक्त हुए। उन्होंने 10 वर्षों बाद अनाथों और
स्ट्रीट चिल्ड्रन्स के बीच काम करना आरम्भ किया तथा सामलोंग में एक केन्द्र की शुऱूआत
की। उन्होंने 80 बच्चों के साथ एक कमरे वाले केन्द्र में काम करना शुरू किया तथा बाद
में राँची से 25 किलोमीटर दूर बड़गाँव में 10 एकड़ भूमि पर किशोर नगर सेन्टर की स्थापना
की। अभी यहाँ प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च विद्यालय है। केन्द्र के वर्तमान सह संचालक
फादर चोन्हास लकड़ा ने कहा कि फादर वोरटल ने धर्म के आधार पर कभी किसी के साथ भेदभाव
नहीं किया। विधायक बंधु तिर्की जो इस केन्द्र के भूतपूर्व विद्यार्थी रहे हैं उन्होंने
कहा कि येसुसमाजी पुरोहित के निधन से विद्यार्थी अनाथ हो गये हैं। स्थानीय विधायक सावना
लकड़ा ने स्वर्गीय फादर विक्टर वान वोरटल को निर्धनों का मसीहा बताते हुए कहा कि ब्वायस
टाऊन ईश्वर का वरदान है। फादर बोरटल ने इस केन्द्र में 41 वर्षों तक काम किया जहाँ से
अनेक युवक इंजीनियर, शिक्षक और काथलिक पुरोहित बने हैं।