सरकार परिवारों और युवाओं के कल्याण के लिये ठोस कदम उठाये - संत पापा
वाटिकन सिटी, 16 जनवरी, 2010 (ज़ेनित)। संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने कहा है कि रोम
के अधिकारी परिवारों और युवाओं के सहायता के लिये कुछ ठोस कदम उठायें।
संत पापा
ने उक्त बातें उस समय कहीं जब वे इटली के लातियुम प्रान्त और रोम के सरकारी अधिकारियों
को गुरुवार 14 जनवरी को संबोधित कर रहे थे।
विदित हो कि रोम महाधर्मप्रांत के
महाधर्माध्यक्ष होने के नाते संत पापा प्रति वर्ष परंपरागत रूप से सरकारी अधिकारियों
को नये वर्ष के उपलक्ष्य में सन्देश देते हैं।
संत पापा ने कहा कि सरकारी अधिकारी
इस बात पर ध्यान दें कि युवाओं को उचित शिक्षा दी जा रही है तथा परिवार के हर व्यक्ति
को उचित सम्मान दिया जा रहा है।
संत पापा ने इस अवसर पर बोलते हुए उन पल्लियों
की तारीफ़ की जो युवाओं और बच्चों के लिये विशेष कार्य कर रहे हैं।
इस बात को
उन्होंने स्वीकार किया है कि यह काम और पारिवारिक जीवन में सामंजस्य लाना उतना आसान नहीं
है पर कई पल्लियों ने इस पर विशेष ध्यान दिया है जो कि एक सराहनीय कार्य है।
संत
पापा ने कहा कि परिवार का यह भी कर्त्तव्य है कि वे इस बात पर ध्यान दे कि बच्चों को
यौन सम्बन्धी शिक्षा दी जाये और इसके मूल्यों के बारे में बताया जाये। उन्होंने अधिकारियों
को बताया कि आज की युवा पीढ़ी इस बात को जानना चाहती है कि उनकी पहचान क्या है और उनकी
मंजिल क्या है।
संत पापा ने फिर एक बार दुहराया कि कलीसिया चाहती है कि लोग जीवन
देने के लिये कार्य करें और उनका जीवन सत्य पर आधारित हो।
उन्होंने कहा कि कलीसिया
पारिवारिक मूल्यों, विवाहितों के बीच वफ़ादारी और गर्भधारण से लेकर प्राकृतिक मृत्यु
तक मानव जीवन को पूर्ण सम्मान देने के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं कर सकती है।
संत पापा ने अपने प्रभाषण को समाप्त करते हुए कहा कि स्वास्थ्य सेवा पर भी उचित
ध्यान दिया जाना चाहिये और जो इस कार्य में लगे हैं उन्हें सरकार से समर्थन मिलना चाहिये।
संत पापा ने कहा कि जो स्वास्थ्य सेवा कार्य में लगे हैं वे उन व्यक्तियों की
सेवा करते हैं जो प्रेम और आशा के साथ दुःख उठा रहे हैं और जीवन के अर्थ को समझने का
प्रयास कर रहे हैं।