वाटिकन सिटीः हैयती में राहत कार्यों में सहयोग हेतु अमरीकी काथलिक संस्था से वाटिकन
का आग्रह
हैयती में भूकंप पीड़ितों की मदद के लिये वाटिकन ने अमरीकी काथलिक धर्माध्यक्षों की राहत
एजेन्सी काथलिक रिलीफ सर्विस सी.आर.एस. से सहयोग का आग्रह किया है।
पश्चिमी गोलार्द्ध
के सर्वाधिक निर्धन देश हैयती में मंगलवार को भीषण भूकंप आया जिसकी तीव्रता रिख्टर पैमाने
पर 7 मापी गई। इस विनाशकारी भूकम्प में अनुमानतः एक लाख लोगों के प्राण चले गये हैं
तथा तीस लाख लोग घायल, बेघर एवं विस्थापित हो गये हैं।
वाटिकन के राहत कार्यों
का समन्वय करनेवाली परमधर्मपीठीय "कोर ओनुम" संस्था ने गुरुवार को एक विज्ञप्ति जारी
कर बताया कि काथलिक राहत संस्थाएँ अपने 300 विशेषज्ञों को लेकर राहत सामग्री सहित हैयती
पहुँच चुकी हैं। इसके अतिरिक्त कोर ओनुम ने सी. आर.एस. से आग्रह किया है कि वह काथलिक
राहत कार्यों की अगुवाई करे।
ग़ौरतलब है कि बुधवार को वाटिकन में सम्पन्न आम
दर्शन समारोह के दौरान सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने हैयती के भूकम्प पीड़ितों की मदद
का विश्व समुदाय से आह्वान किया था तथा आश्वासन दिया था कि काथलिक कलीसिया की राहत संस्थाएँ
भूकम्प पीड़ितों को राहत दिलाने का हर सम्भव प्रयास करेंगी।
इस बीच समाचारों
में बताया गया है कि हैयती में शिशु मृत्यु दर को रोकने के लिये काम करनेवाली ब्राज़ील
की बाल चिकित्सक ज़िल्डा आर्न्स की भूकम्प में मृत्यु हो गई है। ज़िल्डा आर्न्स साओ पावलो
के सेवानिवृत्त महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल पावलो एवारिस्तो आर्न्स की बहन हैं।
शिशु
मृत्यु दर को रोकने के लिये आरम्भ डॉ. ज़िल्दा के कार्यक्रम को विश्व के सर्वाधिक सफल
कार्यक्रमों से जोड़ा जा रहा है तथा नोबेल पुरस्कार के लिये भी उनका नामांकन हुआ है।