2010-01-14 19:34:18

" अकल्पनीय नुक़सान " - राष्ट्रपति रेने प्रभाल


हैती 14 जनवरी, 2010 (बीबीसी) । हैती के राष्ट्रपति रेने प्रेवाल ने कहा है कि भूकंप से देश को 'अकल्पनीय नुक़सान' हुआ है।
रेडक्रॉस का कहना है कि भूकंप से तीस लाख लोग प्रभावित हुए हैं.
हालांकि अभी तक स्पष्ट नही हुआ है कि इस भीषण भूकंप ने कितने लोगों की जान ली है क्योंकि राजधानी पोर्ट-ओ-प्रिंस का बड़ा हिस्सा तबाह हो गया है और पता नहीं कितने ही लोग मलबे के नीचे दबे हुए हैं.
स्थानीय निवासी मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. उन्होंने घायलों को अस्पताल पहुँचाया है और मृत लोगों को निकालकर कपडे़ से ढँककर सड़कों के किनारे दिया है।
राष्ट्रपति रेने प्रेवाल ने कहा है कि राजधानी में संसद भवन नष्ट हो गया है, टैक्स कार्यालय, अस्पताल और स्कूल भवन नष्ट हो गए हैं । उन्होंने कहा है कि स्कूलों की इमारतों में बहुत से लोग दबे हुए हो सकते हैं।
रेने प्रेवाल ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र की इमारत के ध्वस्त होने से स्थाईकरण मिशन के प्रमुख हेदी अनाबी की मौत हो गई है।
इस बीच राहत और बचाव कार्य तेज़ी से चल रहा है। हेती की राजधानी में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से बीबीसी संवाददाता ने ख़बर दी है कि वहाँ हवाई जहाज़ राहत सामग्री लेकर पहुँच रहे हैं।
विश्वबैंक ने दुनिया के सबसे ग़रीब देशों में से एक हेती को दस करोड़ डॉलर की अतिरिक्त आपात सहायता देने की घोषणा की है।
अमरीका ने भी पूरी सहायता का आश्वासन दिया है। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अमरीकी की ओर से पूरी सहायता की घोषणा करते हुए हेती के भूकंप को 'क्रूर और समझ से परे' बताया है।
रेडक्रॉस जिनेवा से एक राहत दल रवाना कर रहा है जबकि संयुक्त राष्ट्र खाद्य मिशन की ओर से दो विमानों में खाद्य सामग्री वहाँ भेजी जा रही है।
हालांकि हेती कई तरह की आपदाएँ झेलता रहा है कि लेकिन भूकंप के झटके वहाँ के लिए कोई आम घटना नहीं है। वहाँ सौ साल में ऐसा कोई भूकंप नहीं आया था।








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