कम्पाला, उगांडा 9 जनवरी, 2010 (ज़ेनित) उगांडा के सेवानिवृत महाधर्माध्यक्ष ने कहा है
कि 20 काथलिक पुरोहितों द्वारा बनायी गयी नयी कलीसिया के निर्माण से काथलिक कलीसिया को
कोई ख़तरा नहीं है।
कार्डिनल एम्मानुएल वामाला ने कहा है कि तथाकथित ' कैथोलिक
अपोस्तोलिक नैशनल चर्च ' (सीएएसी) के लोग ' झूठे नबी ' हैं।
इस नयी कलीसिया के
पुरोहितों के लिये ब्रह्मचर्य का व्रत लेना आवश्यक नहीं है। कार्डिनल वामाला ने बताया
कि लेओनार्द लूबेगा नामक व्यक्ति स्वतः को कैथोलिक अपोस्तोलिक नैशनल चर्च का संस्थापक
बताता है जिसने पिछले महीने इस नयी कलीसिया की स्थापना की।
कार्डिनल को इस बात
का संदेह है कि लेओनार्द एक पुरोहित है। बताया जाता है कि कैथोलिक अपोस्तोलिक नैशनल चर्च
जामबिया में लुचियानो अनजांगा बेवे द्वारा स्थापित कलीसिया का ही एक हिस्सा है।
विदित
हो बेवे को काथलिक कलीसिया ने पिछले जून में कलीसिया से बहिष्कृत कर दिया है।
उनके
कार्यक्रम के अनुसार उगांडा में वे आधिकारिक रूप से सीएएनसी कलीसिया की स्थापना करेंगे
और कुछ पुरोहितों को भी अभिषिक्त करेंगे।
कार्डिनल वामाला ने लोगों से अपील की
है कि वे ऐसे लोगों से सावधान रहें और कलीसिया को टूटने से बचायें।