रुचिका के निष्कासित किये जाने के कारणों की बारीकी से जाँच हो- सीबीसीआई
नयी दिल्ली, 31 दिसंबर, 2009 (सीबीसीआई)। कैथोलिक बिशप्स कोन्फेरेन्स ऑफ इंडिया ने माँग
की है कि रुचिका गिरहोत्रा के चंडीगड़ में अवस्थित सेक्रेड हार्ट स्कूल से निष्कासित
किये जाने के कारणों की जाँच बारीकी से की जाये। सीबीसीआई ने कहा है कि काथलिक स्कूल
' निष्कासन के लिये नहीं पर उत्कृष्टता के लिये ' है। ज्ञात हो कि बहुचर्चित रुचिका
गिरहोत्रा मामले में चण्डीगढ़ प्रशासन ने सेक्रेड हार्ट स्कूल के खिलाफ जांच के आदेश
दिए हैं जहाँ से 19 साल पहले सितम्बर 1990 में रुचिका को स्कूल से निकाल दिया था।
स्कूल
प्रबंधन ने बताया कि रुचिका को अनुशासनहीनता और फीस समय पर जमा नहीं देने के लिये अनुशासनात्मक
कार्रवाई करनी पड़ी थी।
गौरतलब है कि 12 अगस्त 1990 को हरियाणा के डीजीपी
एस.पी.एस.राठौर ने 14 साल की रुचिका के साथ छेड़छाड़ की थी और इसके तीन साल बाद रुचिका
ने आत्महत्या कर ली थी।
उधर बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने स्कूल के समक्ष प्रदर्शन
किये और स्कूल की मान्यता रद्द करने और स्कूल की प्रिंसिपल सिस्टर सेबेस्चियन को असाधारण
कार्य के लिए दिए गए सम्मान को वापस लेने की मांग की।
उल्लेखनीय है कि सीबीआई
की विशेष अदालत ने पिछले सोमवार को रुचिका मामले में राठौर को 6 महीने की सज़ा सुनाई
थी लेकिन 10 मिनट के भीतर ही उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।