काहिराः काहिरा के बादलों में दिखे प्रकाश को ख्रीस्तीयों ने मरियम दर्शन बताया
मिस्र की राजधानी काहिरा के उपनगर आल-वराक में एक कॉप्टिक गिरजाघर के गुम्बज पर एक पक्षी
को उड़ते हुए देखा गया। इसके तुरन्त बाद श्वेत एवं नीले रंग के वस्त्र धारण किये कोई
प्रकाशमान होता दिखाई दिया। ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों एवं कुछ इस्लाम धर्मानुयायियों
ने भी इस दृश्य को माँ मरियम के दर्शन बताया किन्तु कुछ लोगों ने इसे लेज़र से किया प्रकाश
बताया।
विगत कई सप्ताहों से आल वराक के गिरजाघर के समक्ष हज़ारों लोग, प्रातः
तीन बजे से, इस दृश्य को देखने के लिये एकत्र होते रहे हैं। इसी समय गिरजाघर के गुम्बज
के ऊपर एक रहस्यमय प्रकाश को देखा जा सकता है। गिरजाघर के पल्ली पुरोहित फादर फिशै ने
बताया कि मरियम दर्शन सर्वप्रथम एक मुसलमान व्यक्ति ने पाये जिसने इसके विडियो एवं तस्वीरें
खींचकर सब लोगों में वितरित कीं।
दर्शन पानेवाले मुसलमान व्यक्ति ने बताया कि
वह एक दिन रात्रि के साढ़े आठ बजे कॉफी शॉप में बैठे थे तब उन्हें गिरजाघर के गुम्बज
से तेज़ प्रकाश निकलता दिखाई दिया। उनके बाद अनेक लोगों ने यह प्रकाश देखा और एक पक्षी
को गिरजाघर के गुम्बज पर मंडराते भी देखा। तदोपरान्त तड़के दो बजे लोगों ने श्वेत एवं
नीले वस्त्र धारण किये मरियम के दर्शन किये। स्थानीय लोग इस बात को स्वीकार करते हैं
कि उन्होंने उक्त दृश्य देखा किन्तु कुछेक लोगों का कहना है कि प्रकाश लेज़र द्वारा निर्मित
किया गया है।
पल्ली पुरोहित फादर फिशै ने बताया कि गिरजाघर शाम को बन्द कर दिया
जाता है इसलिये पहली बार जब लोगों ने उक्त दृश्य देखा तब वे वहाँ मौजूद नहीं थे किन्तु
दूसरी रात उन्होंने गिरजाघर के गुम्बज पर पक्षी को मंडराते एवं बाद में प्रकाश के बीच
से मरियम प्रतिमा को उभरते देखा है।
कुछ लोगों का मानना है कि मरियम दर्शन
अल अज़हर विश्वविद्यालय की पत्रिका में प्रकाशित एक प्रश्न का प्रत्युत्तर है जिसमें
ख्रीस्तीय धर्म के आधार पर प्रश्न उठाये गये थे।