तेहरानः आशुरा के समय हुई हिंसा में कम से कम 15 की हत्या
ईरान की राजधानी तेहरान में सोमवार को शिया मुसलमानों के महत्वपूर्ण धार्मिक समारोह "
आशूरा" के मौके पर हुए खून खराबा में कम से कम 15 व्यक्तियों की हत्या हो गई है। विपक्ष
के नेताओं ने "आशूरा" के दिन देशभर में सरकार विरोधी प्रदर्शनों का आह्वान किया था। बताया
जाता है कि मरनेवालों में विपक्षी नेता मीर हुसैन मुसावी के भतीजे सैयद अली मुसावी भी
शामिल हैं। ईरान की विपक्षी पार्टियों के मुताबिक़ सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों
पर आँसू गैस के गोले छोड़े तथा पुलिस ने शान्तिपूर्वक प्रदर्शन करनेवालों पर गोली चालन
भी किया। लोगों को प्रदर्शन में शामिल होने से रोकने के लिए कई सड़कों को बंद कर दिया
गया था तथा अवरोध लगा दिये गये थे। विगत सप्ताह ही सरकार ने विरोध प्रदर्शन में भाग न
लेने की चेतावनी दी थी किन्तु इसके बावजूद ईरान के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए जिसमें
हज़ारों लोगों ने हिस्सा लिया। कई लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। जून
माह में हुए राष्ट्रपति चुनाव के बाद विपक्षी दलों ने मतदान में धांधली का आरोप लगाया
था जिसके बाद भी व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए थे। विगत दिनों ईरान के प्रमुख विपक्षी नेता
आयतुल्लाह हुसैन अली मुंतज़ेरी की मौत के बाद तनाव पुनः सघन हो गये थे। इस बीच, अमरीका
के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ईरान में निर्दोष लोगों को हिंसक और अन्यायपूर्ण तरीके से
दबाए जाने की कड़ी निन्दा की है तथा गिरफ्तार किये गये प्रदर्शनकारियों को तत्काल रिहा
करने का आह्वान किया है। सोमवार को ईरानी सरकार ने पूर्व विदेश मंत्री इब्राहीम याज़दी,
मानवाधिकार कार्यकर्ता एमादेदीन बाग़ी, विपक्षी नेता मीर हुसैन मुसावी सहित अनेक नेताओं
को गिरफ्तार कर लिया था। ग़ौरतलब है कि जून माह में राष्ट्रपति चुनावोंसे उठे विवादों
के बाद ये प्रदर्शन शुरु हुए थे जो अब भी जारी हैं तथा 1979 की क्रांति के बाद बनी इस्लामी
सरकार के समक्ष आनेवाली सबसे बड़ी चुनौती बन गये हैं।