वाटिकन सिटीः सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय एवं सन्त पापा पियुस 12 वें सन्त घोषणा के मार्ग
पर
वाटिकन में शनिवार को ही परमधर्मपीठीय सन्त प्रकरण परिषद द्वारा प्रस्तुत नौ प्रभु सेवकों
के चमत्कारों सम्बन्धी आज्ञप्तियों को भी सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने अनुमोदन दिया।
इनमें सर्वप्रथम हैं: सन्त पापा पियुस 12 वें जो इटली के नागरिक थे। सन्त पापा पियुस
12 वें का जन्म रोम में दो मार्च सन् 1876 ई. में हुआ था तथा निधन नौ अक्तूबर सन् 1958
ई. में हो गया था।
प्रभु सेवक स्व. सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय के भी वीरोचित
गुणों का बखान किया गया। आप पोलैण्ड के मूलनिवासी थे तथा सन् 1978 से सन् 2005 तक काथलिक
कलीसिया के परमाध्यक्ष रहे थे। आपका जन्म 18 मई सन् 1920 ई. को पोलैण्ड के वादोविस्ट्स
नगर में हुआ था तथा निधन 2 अप्रैल सन् 2005 ई. को रोम में हो गया था।
इनके अतिरिक्त
इटली के पाँच प्रभु सेवकों तथा फ्राँस एवं इंगलैण्ड के एक एक प्रभुसेवकों के वीरोचित
गुणों को भी सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने मान्यता प्रदान की।