2009-12-17 12:26:26

सिडनीः कार्डिनल पेल ने देने और पाने का मर्म समझाया


ऑस्ट्रेलिया के काथलिक धर्माधिपति सिडनी के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल जॉर्ज पेल ने विगत रविवार को ख्रीस्तयाग प्रवचन के दौरान क्रिसमस महापर्व पर उपहारों के आदान प्रदान का मर्म समझाया।

कार्डिनल महोदय ने कहा कि उपहारों को देते और पाते समय जीवन के सबसे मूल्यवान वरदान अर्थात् विश्वास एवं परिवार को कदापि न भुलाया जाये तथा इसके लिये कृतज्ञता प्रकट की जाये।

कार्डिनल पेल ने कहा कि उपहार पाकर सभी प्रसन्न होते हैं तथा देनेवाले के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हैं और यह एक अच्छा व्यवहार भी है किन्तु क्रिसमस की भावना में उपहार दिया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि हमारे उपहार केवल हमारे परिवार सदस्यों एवं निकट मित्रों तक ही सीमित न हों बल्कि ज़रूरतमन्द तक भी ये पहुँचे।

उन्होंने कहा कि जिनसे कुछ पाया जा सकता है उन्हीं को उपहार प्रदान करना स्वार्थगत उपहार है जबकि सच्चा उपहार वह है जो वापस पाने की इच्छा से नहीं किया गया जाता है। कार्डिनल महोदय ने कहा कि यथार्थ उपहार ईश प्रेम से प्रेरित होता है तथा उसमें कुछ भी वापस पाने की इच्छा नहीं रहती।









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