2009-12-12 15:27:28

चंगाई के लिये विज्ञान और विश्वास दोनों महत्त्वपूर्ण - डॉ. जिन्दल


पणजी, 12 दिसंबर, 2009 (उकान) गोवा मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. एन जि़न्दल ने कहा है कि विश्वास और चिकित्सा विज्ञान दोनों मिलकल मानव के कल्याण के लिये अपना योगदान दे सकते हैं।
उन्होंने उक्त बातें उस समय कहीं जब वे पिलार धर्म समाज के अखिल भारतीय मिशन सेमिनरी के वार्षिक समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में लोगों को संबोधित कर रहे थे।
डॉ. जि़न्दल ने कहा कि दवा और विश्वास मनुष्य की सभ्यता के आरंभ से ही एक दूसरे से जुड़े रहे हैं, पर मानव के विकास के साथ-ही-साथ इनके भी रास्ते अलग-अलग होते जान पड़ते हैं।
उन्होंने इस बात को भी लोगों को बताया कि आज विज्ञान के युग में भी कई चमत्कारों की ख़बरें आती रहतीं हैं।
लोगों को संबोधित करते हुए हिन्दु डॉक्टर एन. जि़न्दल ने कहा आँकड़े बताते हैं कि कई बार जिन मरीज़ो के लिये प्रार्थनायें की जातीं हैं वे अन्य बीमारों की तुलना में अधिक सकारात्मक प्रतिक्रियायें दिखाते हैं।
डॉ. जिन्दल ने बताया कि विज्ञान इस बात की खो़ज कर रहा है कि मनुष्य की चंगाई में विश्वास की क्या भूमिका है। उनका मानना है कि धर्म और चिकित्सा विज्ञान एक-दूसरे के पूरक हो सकते हैं।
उन्होंने इस अवसर लोगों को यह भी बताया कि चर्च ने चिकित्सा के क्षेत्र में सबसे प्रमुख भूमिका अदा की है।
उन्होंने इस बात के लिये अफसोस भी ज़ाहिर किया कि चिकित्सा विज्ञान ने एक ओर प्रगति तो की है, पर प्रगति ने चिकित्सकों को रोगियों से दूर भी कर दिया है।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. जि़न्दल ने कहा है कि आज ज़रूरत है लोग रोगियों की सेवा व्यक्तिगत और मानवीय रूप से करें और यह तब ही आ पायेगा जब व्यक्ति भगवान पर विश्वास करे।








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