वाटिकन सिटीः क्यूबा से धार्मिक स्वतंत्रता का आग्रह
वाटिकन में, गुरुवार, दस दिसम्बर को, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने क्यूबा के नये
राजदूत एदवारदो बेरमूडेज़ का प्रत्यय पत्र स्वीकार किया। इस अवसर पर सन्त पापा ने हाल
के वर्षों में क्यूबा की सरकार द्वारा उठाये गये सकारात्मक कदमों की सराहना की तथापि
आग्रह किया कि सरकार अपने नागरिकों को और अधिक धार्मिक स्वतंत्रता प्रदान करे।
अपने
सम्बोधन में सन्त पापा ने आशा व्यक्त की कि "धार्मिक स्वतंत्रता की दिशा में उदारता के
ठोस चिन्हों में वृद्धि जारी रहेगी।"
इन चिन्हों में, "कतिपय बन्दीगृहों में
ख्रीस्तयाग अर्पण के अवसर, धार्मिक शोभा यात्राओं की अनुमति, पुराने गिरजाघरों की मरम्मत
और कुछ आराधनालयों का निर्माण, तथा पुरोहितों एवं धर्मबहनों के लिये सामाजिक सुरक्षा
का आश्वासन," को सन्त पापा ने रेखांकित किया।
इस सन्दर्भ में, सन्त पापा ने क्यूबा
तथा परमधर्मपीठ के बीच सम्बन्धों पर एक समझौते की सम्भावना को इंगित किया, जो "उचित ढंग
से दोनों पक्षों के बीच सदैव विद्यमान रहे सम्बन्धों को परिभाषित करे, तथा देश में कलीसिया
के जीवन एवं प्रेरितिक कार्यों के विकास की गारंटी प्रदान करे।"
सन्त
पापा ने इस अवसर पर क्यूबा में कलीसिया द्वारा किये जा रहे समाज कल्याण कार्यों की ओर
ध्यान आकर्षित कराया और कहा कि कलीसिया रोगियों, वृद्धों, विकलांगों, निर्धनों एवं सभी
ज़रूरतमन्दों की सेवा के प्रति समर्पित है किन्तु अपने प्रेरितिक एवं आध्यात्मिक मिशन
के सम्पादन हेतु उसे पूर्ण धार्मिक स्वतंत्रता का आश्वासन मिलना चाहिये।