वाटिकन सिटी, 9 दिसंबर, 2009। " मरिया के निष्कलंक गर्भागमन का त्योहार काथलिक कलीसिया
का सबसे महत्त्वपूर्ण त्योहार बन गया है और इसने माता मरिया की ओर हमारा ध्यान खींचा
है जो हमारी ज्योति और सहायिका है " । संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने उक्त बातें
उस समय कहीं जब उन्होंने 8 दिसंबर मंगलवार को संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण माता
मरिया के आदर में एकत्रित लोगों को संबोधित किया। उन्होंने ने कहा माता मरिया का जीवन
बिल्कुल सादा था जब वह नाजरेत में थी। ईश्वर ने चाहा कि उसी कुँवारी मरिया के द्वारा
दुनिया के लोगों को नवजीवन दे और उनका उद्धार करे। ईश्वर ने यह भी चाहा कि लोग मुक्ति
की इस डाली को दुनिया के अन्य लोगों तक भी फैलायें ताकि वे भी ईश्वर मुक्ति का फल प्राप्त
कर सकें। संत पापा ने आगे कहा कि हमारे पहले पुरखों आदम और हेवा के ठीक विपरीत, मरिया
सदा आज्ञाकारी बनीं रहीं सदा ईश्वर को अपनी ' हामी ' भरती रहीं और ईश्वरीय इच्छा को
अपने जीवन में पूरा होने दिया। माता मरिया नयी हेवा है और पूरी मानव जाति की माता
है। और जो भी येसु में विश्वास करते हैं वे अनन्त जीवन प्राप्त करेंगे। संत पापा ने
कहा कि यह हमारे लिये अपार हर्ष की बात है कि निष्कलंक कुँवारी मरिया हमारी माता है। उन्होंने
कहा कि वे ईश्वर को धन्यवाद देते हैं क्योंकि उन्होंने माता मरिया के द्वारा अपनी महिमा
प्रकट की है। संत पापा ने लोगों को प्रोत्साहित किया कि वे अपने जीवन, परिवार, कलीसिया
और पूरी दुनिया को निष्कलंक कुँवारी मरिया को समर्पित कर दें।