कोपेनहागेनः चार विकासशील देशों ने संयुक्त प्रारूप तैयार किया
कोपेनहागेन में जलवायु परिवर्तन पर सोमवार को आरम्भ शिखर में सम्मेलन चीन, ब्राज़ील,
दक्षिण अफ्रीका और भारत ने एक संयुक्त दस्तावेज़ की प्रस्तावना की जिसके अनुसार ये देश
जून 2010 तक वैश्विक जलवायु परिवर्तन पर कोई सहमति चाहते हैं।
सात दिसम्बर
से 18 दिसंबर तक डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में जारी सम्मेलन में विश्व के 192 राष्ट्र
भाग ले रहे हैं ताकि जलवायु परिवर्तन पर एक नवीन संधि तैयार की जा सके।
बताया
जा रहा है कि कोपेनहागेन में पूर्ण समझौते पर पहुँचना मुश्किल है इसलिये केवल राजनैतिक
तौर पर बाध्यकारी दस्तावेज़ पर ही सहमति बन पायेगी। विकासशील देश प्रस्तावित दस्तावेज़
में इस बात पर सहमत हो गये हैं कि विश्व के गर्म होते तापमान को कम से कम 2 डिगरी सैलसियस
कम करना अनिवार्य है जिसके लिये सभी वैज्ञानिक विकल्पों को अपनाने की आवश्यकता है।
अमेरिकी
राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कटौती करने के भारत, ब्राज़ील,
चीन एवं दक्षिण अफ्रीका की पहल का स्वागत किया है तथा उम्मीद जताई है की कोपेनहागेन में
किसी तरह के समझौते पर पहुँचा जा सकेगा।