अलबानिया के ऑर्थोडॉक्स महाधर्माध्यक्ष अनसतास संत पापा से मिले
वाटिकन रेडियो, 5 दिसंबर, 2009। संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें 4 दिसंबर शुक्रवार को अपने
वाटिकन में अलबानिया के ओटोसेफालाउस चर्च के नेता ऑर्थोडॉक्स महाधर्माध्यक्ष तिराना के
अनसतास से मुलाक़ात की।
संत पापा ने उन्हें उनके काथलिक कलीसिया के साथ एकता
के प्रयास के लिये धन्यवाद दिया।
संत पापा ने इस अवसर पर अलबानिया के काथलिक
और ऑर्थोडॉक्स कलीसिया के मजबूत विश्वास की तारीफ़ की और कहा कि दोनों कलीसियाओं ने नास्तिक
शासकों के दमन चक्र के बावजूद ख्रीस्तीय विश्वास को जीवित रखा है।
उन्होंने इस
बात के लिये प्रसन्नता ज़ाहिर की है कि अब वैसे शासकों का पतन हो चुका है।
संत
पापा ने महाधर्माध्यक्ष अनसतास के उन प्रयासों की सराहना की है जिसके तहत् पुराने गिरजाघरों
को जीर्णोद्धार किया गया।
संत पापा ने कहा महाधर्माध्यक्ष ने कलीसिया के नवीनीकरण
के लिये भी बहुत कार्य कियें हैं। संत पापा ने ऑर्थोडॉक्स की कलीसिया को इस बात के लिये
भी धन्यवाद दिया कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय ईशशास्त्रीय वार्ता के सम्मेलन में हिस्सा
लिया।
संत पापा ने आगे कहा कि महाधर्माध्यक्ष ने काथलिकों और ऑर्थोडॉक्स कलीसिया
के बीच आपसी मैत्री और सहयोग बढ़ाने के लिये जो भी कार्य किये हैं यह अलबानिया के लिये
एक प्रेरणा बन गयी है।
इस अवसर पर संत पापा ने कहा कि दोनों कलीसियाओं में कई
समानतायें हैं। दोनों कलीसियायें नाईचिन कोन्सतनतिनोपल विश्वास को स्वीकार करते हैं।
इसके साथ एक ही बपतिस्मा, पापों की क्षमा और पूरी कलीसिया का येसु के शरीर का
अभिन्न अंग होने पर विश्वास करते हैं।
संत पापा ने महाधर्माध्यक्ष अऩसतास को
यह आश्वासन दिया कि वे काथलिक कलीसिया की ओर से हरसंभव प्रयास करेंगे कि मसीही एकता के
लिये कार्य करें, भाईचारा और शांति के लिये प्रयास जारी रखें और ईश्वरीय प्रेम का साक्ष्य
दुनिया को दें।