2009-12-03 13:59:36

भोपाल गैस त्रासदी की 25वीं बरसी


भोपाल 3 दिसंबर, 2009 । भोपाल गैस त्रासदी की 25वीं बरसी पर गुरुवार 3 दिसंबर को भोपाल में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गये।
इस अवसर पर बोलते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि त्रासदी से पीड़ित लोग लगातार मदद और सहानुभूति के हक़दार हैं।
एक बयान में प्रधानमंत्री ने उन सामाजिक संस्थाओं की तारीफ़ की है जिन्होंने पीड़ितों को राहत व न्याय दिलाने के लिए लंबा संघर्ष किया है।
मनमोहन सिंह ने कहा, " हम अपने नागरिकों को भरोसा दिलाते हैं कि भविष्य में ऐसी घटना फिर कभी न घटे, इसके लिए हम हर उपाय करेंगे और सावधानियां बरतेंगे।"
उल्लेखनीय है कि 25 साल पहले भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड कारखाने से रिसी जहरीली मिथाइल आइसोसायनेट गैस के कारण हज़ारों लोग मारे गए थे और अनेक लोग स्थायी रूप से विकलांग हो गए थे।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भोपाल में गैस त्रासदी पूरी दुनिया के औद्योगिक इतिहास की सबसे बड़ी दुर्घटना मानी जाती है।


ज्ञात हो कि तीन दिसंबर, 1984 को आधी रात के बाद सुबह मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में यूनियन कार्बाइड की फैक्टरी से निकली ज़हरीली गैस ने हज़ारों लोगों की जान ले ली थीं।
उस सुबह यूनियन कार्बाइड के प्लांट नंबर 'सी' में हुए रिसाव से बने गैस के बादल को हवा के झोंके अपने साथ बहाकर ले जा रहे थे और लोग मौत की नींद सोते जा रहे थे।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस दुर्घटना के कुछ ही घंटों के भीतर तीन हज़ार लोग मारे गए थे.
ग़ैरसरकारी संगठनों की ओर से माँग की है कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों पर नियंत्रण लगे ताकि इस तरह के हादसे फिर न हों।








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