तमिल नाड में कोईमबाटोर के एक उपनगर स्थित चर्च ऑफ साऊथ इन्डिया के एक नवीन गिरजाघर पर
तीस नवम्बर को हिन्दु चरमपंथियों ने हमला कर दिया। गिरजाघर की खिड़कियाँ तोड़ने के बाद
उन्होंने गिरजाघर के अन्दर पथराव किया। घटना के उपरान्त गिरजाघर के अन्दर एक थैले में
पेट्रोल से भरी बोतल, डीज़ल से भरा एक डिब्बा तथा रूई के लच्छे पाये गये जिससे यह स्पष्ट
हो गया है कि चरमपंथियों का इरादा गिरजाघर को भस्म कर देना था।
स्थानीय ख्रीस्तीय
नेताओं का मानना है कि इस जघन्य कृत्य का उद्देश्य स्थानीय ग़ैर हिन्दुओं में आतंक मचाना
था। ग्लोबल काऊन्सल ऑफ इन्डियन क्रिस्टियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष साजन के. जॉर्ज ने एशिया
समाचार से कहा कि सोमवार को बड़े सवेरे हुआ यह आक्रमण तमिल नाड में विगत दो दिनों के
अन्दर हुआ तीसरा हमला था। उन्होंने बताया कि रविवार को थम्माथुकोनम स्थित चर्च ऑफ साऊथ
इन्डिया के एक गिरजाघर की दीवार के निकट एक बम विस्फोट किया गया। उसी दिन कोनमकाडे में
आगमन काल के लिये आयोजित प्रार्थना यात्रा के दौरान सन्त फ्राँसिस ज़ेवियर की प्रतिमा
को अपवित्रीकृत करने का दुस्साहस किया गया।
साजन के. जॉर्ज ने कहा, "भारत के
अल्पसंख्यकों के विरुद्ध इस प्रकार के आक्रमण देश की धर्मनिर्पेक्ष आत्मा के लिये एक
शर्मनाक बात है।" उन्होंने कहा कि ख्रीस्तीय नागरिक शान्तिप्रिय हैं तथा शान्ति में जीवन
यापन करना चाहते हैं इसलिये यह नितान्त आवश्यक है कि अधिकारी इस प्रकार के हमलों को गम्भीरता
से लें तथा आराधना स्थलों पर सुरक्षा की गारंटी देने के लिये उपयुक्त कदम उठायें।