राजशाही, 1 दिसंबर, 2009। बांगला देश के राजशाही धर्मप्रांत के आदिवासियों ने संथाली
भाषा में धार्मिक गीतों का अपना पहला गीत अलबम सीडी प्रस्तुत किया है। अपने प्रथम
धार्मिक गीत सीडी के बारे में बोलते हुए अंधारोता के पल्ली पुरोहित फादर विलियम मुरमु
ने कहा कि वे चाहते हैं कि स्थानीय आदिवासी संगीत को ख्रीस्तीय पूजन विधि में सम्मिलित
करने से पूजन समारोह और ही अधिक भक्तिमय और अर्थपूर्ण होगा। उन्होंने कहा यह संस्कृतिकरण
और आदिवासी संस्कृति की रक्षा दोनों के लिये आवश्यक था। फादर मुरमु ने उकान समाचार
को बताया कि उत्तर धर्मप्रांतीय धर्मविधि आयोग ने 26 नवम्बर को एक संथाली ओडियो कैसेट
का विमोचन किया जिसमें 12 गाने हैं। सीडी का नाम है ' ओरहे सरहाव ' जिसका अर्थात् '
स्तुति और महिमा ' । ज्ञात हो कि सन् 2007 की काथलिक गणना के अनुसार राजशाही धर्मप्रांत
में संथाली काथलिकों की संख्या 30 हज़ार है। अन्य 25 हज़ार काथलिक उराँव, बंगाली, पहारिया,
मुंडा और महली आदिवासी है। फादर मुर्मु ने बताया कि सीडी को निकालने के लिये सात संगीतकारों
ने एक साल तक सामूहिक प्रयास किये और तब उनका यह अभियान सफ़ल हो पाया है। अब उनके
सीडी को प्रत्येक पल्ली में भेजे जा रहा है और लोगों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है कि
वे संगीत अभ्यास करें, गानों को ठीक से सीखें और गीतों को भक्तिपूर्वक गायें। स्थानीय
धर्मप्रचारक बिमोल किस्कु ने कहा कि गीतों को कैसेटों में डालना एक मह्त्वपूर्ण प्रयास
है जिससे लोग अच्छी तरह से ईश्वर की महिमा गा पायेंगे।