2009-11-24 13:56:05

32 घंटों में 37 नाटकों के मंचन का विश्व रिकॉर्ड


वाराणसी, 24 नवम्बर, 2009। विश्व ज्योति कम्यूनिकेशन्स वाराणसी ने 22 नवम्बर को लगातार 32 घंटों में 37 नाटकों के मंचन का विश्व रिकॉर्ड कायम किया है।

प्रेरणा कलामंच के द्वारा मंचित इस नाट्य श्रृंखला में सर्वप्रथम मुंशी प्रेमचंद की कहानी के नाट्य रूपांतरण 'अमानत' को इस नाट्य समारोह के प्रथम नाटक के मंचन का गौरव प्राप्त हुआ। यह नाटक लगभग 12.35 तक चला।

इसके बाद ' दुनिया का मेला ' ' गांधी ने कहा था ' ' बुरे काम का बुरा नतीजा ' ' मैकू ' आदि-आदि नाटकों का लगातार मंचन जारी रहा।

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड' में नाम दर्ज कराने के संकल्प के साथ शनिवार से शुरू 32 घंटों में 37 नाटकों के अनवरत मंचन का यह अनूठा अनुष्ठान सही मायनों में नाट्य नगरी को उसके नाम के मायने दे गया।

ज्ञात हो विश्व ज्योति कम्यूनिकेशन के संस्थापक फादर अनिल देव की प्रेरणा से सन् 1993 में सामाजिक व धार्मिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए मंचीय व नुक्कड़ नाटकों से जुड़े एक दल ने बाद में 'प्रेरणा कला मंच ' का रूप लिया।

मंच के पूर्व निदेशक फादर आनंद ने इसे साधारण नाट्य दल से व्यावसायिक नाट्य दल के रूप में पहचान दिलाई। आज तक इस मंच ने अपने 42 नुक्कड़ नाटकों की 5600 प्रस्तुतियां व मंचीय नाटकों की 450 प्रस्तुतियां देशभर में की हैं।

वर्तमान में प्रेरणा कला मंच के निदेशक फादर प्रणोय कहते हैं कि मंच का उद्देश्य नाटकों के माध्यम से सामाजिक बुराइयों को दूर करना है।

विश्व नाट्य इतिहास में अबतक 29 घंटे लगातार नाटक करने का रिकार्ड आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है।
यह रिकार्ड सन् 1979 में ग्रेट बिटेन में अंग्रेजी नाटक 'दी वार्प' ने बनाया था। इस नाटक के लेखक नेल ओरम व निर्देशक केन कैम्पवेल थे।

यह नाटक 10 भागों में विभाजित था और इसे 30 कलाकारों ने अभिनीत किया था।










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