2009-11-20 17:58:20

बच्चों के अधिकार संबंधी संविदा की 20 वीं बर्षगांठ


थाईलैंड के चियांग माई में हाल ही में आयोजित सिगनिस वर्ल्ड कांग्रेस में सौ से अधिक बच्चों ने सवाल किया था कि हम संसार के बच्चे हैं क्या आप हमारी आवाज सुनते हैं। सम्मेलन का शीर्षक था मीडिया फोर ए कल्चर ओफ पीस- चिल्ड्रन्स राइटस, टुमोरोस प्रोमिश अर्थात शांति की संस्कृति के लिए मीडिया- बच्चों के अधिकार, कल की प्रतिज्ञा। इस सम्मेलन में 650 प्रतिभागियों ने भाग लिया था। एशिया के विभिन्न देशों के 10 युवा वीडियो पत्रकारों के उत्साहवर्द्धक योगदान सहित चयांग माई क्षेत्र के तीन विद्यालयों के एक सौ बच्चे भी शामिल हुए थे। सिगनिस के अध्यक्ष अगुस्टीन लूर्थूस्वामी ने कहा कि बच्चे डिजिटल दुनिया में बढ़ रहे हैं और इसलिए काथलिक मीडिया कर्मियों की विशेष जिम्मेदारी है कि बच्चों के अधिकारों के प्रति सम्मान को सुनिश्चित करें और उनकी आवाज को सुना जाये। उन्होंने कहा कि बच्चों की चुनौती के जवाब में काथलिक सम्प्रेषणकर्मियों और मीडिया विशेषज्ञों का विश्वव्यापी संघ अपने कार्य़ में बच्चों के अधिकारों के प्रति काम करने को प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर रखता है। उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल काथलिक चाइल्ड ब्यूरो, इंटरनेशनल कोअलिशन फोर द डिकेड, और अन्य संगठन मीडिया के द्वारा बच्चों के अधिकारों का प्रसार करेगें। स्मरण रहे कि 20 नवम्बर बच्चों के अधिकार संबंधी घोषणा को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 1959 में स्वीकार किये जाने की 50 वी वर्षगांठ तथा सन 1989 में बच्चों के अधिकार संबंधी संविदा को स्वीकार किये जाने की 20 वीं बर्षगांठ है। इस दिवस को देखते हुए संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने बुधवारीय आमदर्शन समारोह के अवसर पर सबलोगों से बच्चों के लिए प्रार्थना करने तथा उनके अधिकारों को मान्यता प्रदान करने और सम्मान करने का आह्वान किया था।








All the contents on this site are copyrighted ©.