कोलकाता में क्राइस्ट टू द ट्राईबल्स 2009 शीर्षक से बैठक सम्पन्न
भारत के कोलकाता में 17 से 19 नवम्बर तक क्राइस्ट टू द ट्राईबल्स 2009 शीर्षक से आयोजित
बैठक में चार धर्माध्यक्षों सहित अनेक पुरोहित धर्मसमाजी और लोकधर्मी आदिवासी नेताओं
ने भाग लिया तथा भारत के आदिवासियों के मध्य सुसमाचार प्रचार करने के मुददे पर विचार
विमर्श किया। बैठक में अऱूणाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखेड, असम,
मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल के गबग 40 प्रतिभागी शामिल हुए। शिलोंग के
महाधर्माध्यक्ष दोमनिक जाला और उदयपुर के धर्माध्यक्ष जोसेफ भी बैठक में शामिल हुए। गौहाटी
के महाधर्माध्यक्ष थोमस मेनाम्परम्बिल ने स्मरण किया कि भारत में आदिवासी समुदायों के
मध्य सुसमाचार के अनुभवों को बाँटने के अपने अनुभवों की शेयरिंग करने के लिए विगत 20
वर्षों से इस तरह की बैठकों का आयोजन किया जाता रहा है। उन्होंने राँची के कार्डिनल तेलेस्फोर
पी टोप्पो के साथ 1989 में इस बैठक का प्रथम बार आयोजन किया था। यह छटवीं बैठक है। इससे
पूर्व तीन बैठकें दो बार कोलकाता में तथा एक बार राँची में आयोजित की गयी थीं। महाधर्माध्यक्ष
मेनाम्परम्बिल ने कहा कि बदलते सामाजिक आर्थिक परिदृश्य में हमें वास्तविक समस्याओं पर
ध्यान केन्द्रित करने की जरूरत है और हम व्यवहारिक अध्ययन करें ताकि आदिवासी भाई बहनों
को ख्रीस्त का संदेश प्रिय लगे। भारत की जनगणना के अनुसार देश में आदिवासियों या जनजातीय
समुदाय की आबादी 17 प्रतिशत है।