वाटिकन सिटीः बर्लिन दीवार से सीख पर वाटिकन प्रवक्ता के विचार
वाटिकन के प्रेस प्रवक्ता फादर फेदरीको लोमबारदी ने बर्लिन दीवार के ध्वस्त किये जाने
की 20 वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में वाटिकन टेलेविज़न के साथ एक भेंटवार्ता में कहा कि
अभी भी उस ऐतिहासिक घटना को बहुत से लोग समझ नहीं पाये हैं।
फादर लोमबारदी ने
कहा कि बर्लिन दीवार के ढह जाने के बाद पूर्वी यूरोप के लोगों को स्वतंत्रता मिली तथा
यूरोप पूर्वी एवं पश्चिमी अपने दोनों फेफड़ों से साँस ले सका। नौ नवम्बर सन् 1989 को
घटी इस ऐतिहासिक घटना में उन्होंने स्व. सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय की भूमिका का स्मरण
किया। उन्होंने कहा कि सन् 1978 में परमाध्यक्षीय नियुक्ति के बाद पोलैण्ड में अपनी पहली
प्रेरितिक यात्रा के दौरान सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय ने पोलैण्ड में स्वतंत्रता की मांग
करने वालों का समर्थन किया था तथा ईश्वर एवं मानव विरोधी तानाशाही शासनों को हटाये जाने
का आह्वान किया था। उन्होंने कहा कि जॉन पौल की ललकार ने ही पूर्वी यूरोप में स्वतंत्रता
का मार्ग प्रशस्त किया जिससे सन् 1989 में बर्लिन की दीवार को ध्वस्त किया जा सका।
फादर
लोमबारदी ने कहा कि बर्लिन दीवार के ध्वस्त होने की 20 वीँ वर्षगाँठ को याद करना अच्छा
है क्योंकि आज भी ईश्वर एवं मानव विरोधी गति विधियाँ तूल पकड़ रहीं हैं। उन्होंने कहा,
दुर्भाग्यवश, आज विश्व में अन्य अनेक दीवारें खड़ी की जा रहीं हैं। हमारी आशा है कि एक
दिन हम इन दीवारों के ध्वस्त होने का भी जश्न मना सकेंगे।"