2009-10-30 15:14:02

पाकिस्तान में धर्माघ्यक्षों द्वारा ईशनिन्दा कानून को वापस लेने का आग्रह


पाकिस्तान के धर्माघ्यक्षों ने देश के ईशनिन्दा कानून को वापस लेने का आग्रह किया। वे अन्य ईसाई समुदायों के साथ अपनी आवाज को संयुक्त कर एक नये अभियान में शामिल हो रहे हैं ताकि देश के ईशनिन्दा कानून को वापस लिया जा सके। ज्ञात हो कि इस कानून के तहत कोई भी व्यक्ति जो पाक कुरान या पैंगम्बर मुहम्मद की अपर्कीति करता है उसे कैद या मौत की सज़ा दी जाती है। धर्माध्यक्षों और अन्य ईसाई नेताओं ने स्कूलों में पढ़ाई जानेवाले पाठयक्रम से क्षेत्रीयतावाद तथा धर्म आधिरित भेदभाव को बढ़ावा देनेवाली हर प्रकार की सामग्री को दूर करने की माँग की है। इसके साथ ही धर्माध्यक्षों ने प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया से आग्रह किया है कि वह अल्पसंख्यकों को विविधतापूर्ण मजबूत समाज के निर्माण के लिए स्थान दे जहाँ लोकतांत्रिक मूल्य हों तथा पाकिस्तान में न्याय, शांति और सहिष्णुता हो। एशिया समाचार सेवा ने ईश निन्दा कानून पर विशेष रिपोर्ट तैय़ार किया है ताकि विश्व के ईसाईयों और मानवाधिकार कार्यकत्ताओं को इस कानून के बारे में व्यापक जानकारी मिले और वे पाकिस्तान के अधिकारियों से सम्पर्क कर इस विधान में परिवर्तन करने का आग्रह करें।








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