2009-10-29 15:45:02

अपोस्तोलिक यूनियन औफ कलरजी की प्रथम राष्ट्रीय असेम्बली बंगलूरू में


अपोस्तोलिक यूनियन औफ कलरजी अर्थात् एयूसी की प्रथम राष्ट्रीय असेम्बली बंगलूरू में 4 से 5 नवम्बर तक सम्पन्न होगी। एयूसी धर्मप्रांतीय पुरोहितों का अंतरराष्ट्रीय फेडरेशन है जो विश्व के 70 देशों में क्रियाशील है। इसका आरम्भ भारत में 50 वर्षों पूर्व येसुसमाजियों ने पेपल सेमिनरी पुणे में किया था। सैकड़ो धर्मप्रांतीय पुरोहितों सहित इस सेमिनरी से अध्ययन करनेवाले पुरोहित इस संघ के सदस्य हैं। यह भारत के 55 धर्मप्रांतों में सक्रिय है तथा इसका विस्तार अन्य धर्मप्रांतों में भी धीरे धीरे हो रहा है। एयूसी की स्थापना 1862 में इटली, फ्रांस, बेल्जियम और जर्मनी के कुछ धर्मप्रांतीय पुरोहितों द्वारा की गयी थी ताकि पुरोहित वर्ग अपनी प्रेरिताई सेवा द्वारा परस्पर सहयोग और पवित्रीकरण के लिए एक साथ मिल सकें। भारत में एयूसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लखनऊ धर्मप्रांत के पुरोहित फादर डोनाल्ड डिसूजा हैं जबकि संघ के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष फादर जुलियो बोतिया हैं। भारत में एयूसी संघ के संरक्षक झाँसी के धर्माध्यक्ष फ्रेदरिक डिसूजा तथा दिल्ली के सहायक धर्माध्यक्ष फ्रांको मुलाकल हैं जो इस संघ की राष्ट्रीय असेम्बली में भाग ले कर 80 से अधिक प्रतिभागी पुरोहितों का उत्साहवर्द्धन करेंगे।








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