भारत में वाटिकन के राजदूत महाधर्माध्यक्ष पेद्रो लोपेज क्विंताना ने भारत के प्रथम मिशन
कांग्रेस लेट योर लाइट शाइन शीर्षक से आयोजित प्रभु येसु महोत्सव का उदघाटन 14 अक्तूबर
को मुम्बई के गोरेगांव स्थित संत पियुस संमिनरी कालेज प्रांगण में किया। इस सम्मेलन
में लगभग 1500 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं जिन्में 100 से अधिक धर्माध्यक्ष तथा सैकड़ो
पुरोहित, धर्मबहने और 160 धर्मप्रांतों के लोकधर्मी विश्वासी हैं। चार दिवसीय समारोह
के दौरान अनेक वक्तव्यों और विश्वास साक्ष्यों सहित भारत की कलीसिया में प्रेरिताई के
विभिन्न नये रचनात्मक अनुभवों की शेयरिंग की जाएगी। इस सम्मेलन की अन्य विशेषताएँ हैं
समूह चर्चा, प्रदर्शनी और सांस्कृतिक कार्य़क्रम। सम्मेलन के अध्यक्ष कार्डिनल ओसवाल्ड
ग्रेशियस ने कहा कि इस समारोह ने स्वर्गीय संत पापा जोन पौल द्वितीय से प्रेरणा प्राप्त
की जिन्होंने महाद्वीपीय मिशन कांग्रेस आयोजित करने का आह्वान किया था। थाईलैंड में आयोजित
एशियाई मिशन कांग्रेस में भारत के 50 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया था और महसूस
किया था कि इस तरह का समारोह पूरे देश के लिए आयोजित किया जाये। कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेशियस
ने कहा कि इस सम्मेलन का उद्देश्य येसु ख्रीस्त में अपने विश्वास की आन्नदपूर्वक शेयरिंग
करना, उनपर विश्वास करने की खुशी को बाँटना, अनुभवों का आदान प्रदान करना तथा दूसरों
को सुसमाचार की भावना में काम करने के लिए प्रेरणा प्रदान करना। यह आशा की जाती है कि
इस सम्मेलन के परिणाम स्वरूप सम्मेलन के प्रतिभागियों में ईसाई होने के अर्थ की गहन जागरूकता
विकसित होगी, अपनी बुलाहट के प्रति और अधिक जागरूक होकर ईसाई रूप में जीवन जीने के लिए
उन्में और अधिक समर्पण की भावना उत्पन्न होगी।