2009-10-13 13:14:38

वाटिकन सिटीः वाटिकन के धर्माधिकारी ने विदेशी भीति को समाप्त करने तथा आप्रवासियों के सम्मान का आह्वान किया


वाटिकन में पाँच से 25 अक्तूबर तक जारी अफ्रीकी काथिलक धर्माध्यक्षों की धर्मसभा में सोमवार को बोलते हुए वाटिकन के वरिष्ठ धर्माधिकारी महाधर्माध्यक्ष अन्तोनियो वेलियो ने यूरोप एवं अफ्रीका का आह्वान किया कि वे विदेशी आप्रवासियों के प्रति भेदभाव को बन्द करें तथा उन्हें प्रतिष्ठापूर्ण जीवन यापन का अधिकार प्रदान करें। उन्होंने कहा कि विदेशी भीति का कोई आधार नहीं है तथा रंग एवं जाति के आधार पर मनुष्यों से भय खाना अनिष्टकर है।

महाधर्माध्यक्ष वेलियो वाटिकन स्थित आप्रवासियों एवं शरणार्थियों की प्रेरिताई में संलग्न परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष हैं। अफ्रीका के धर्माध्यक्षों को सम्बोधित कर उन्होंने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि युद्धों के चलते स्वयं अफ्रीकी महाद्वीप में चार करोड़ व्यक्ति आप्रवासी एवं शरणार्थी बन गये हैं। उन्होंने कहा कि शरणार्थी, आप्रवासी एवं विस्थापित लोग एक जटिल समस्या है जिसने विगत 30 वर्षों में गम्भीर रूप ले लिया है। उन्होंने कहा कि युद्ध ग्रस्त अप्रीकी देशों से लाखों लोगों ने पड़ोसी देशों में शरण ली है और इस समय ये सभी लोग भिन्न भिन्न प्रकार की व्यथाओं को सहन कर रहे हैं। इन लोगों को प्रतिष्ठापूर्ण जीवन दिलाने हेतु नवीन पहलों को आरम्भ किये जाने की महाधर्माध्यक्ष वेलियो ने अपील की।









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