बैंगलौरः काथलिक कलीसिया के गिरजाघरों एवं स्कूलों में बाढ़ विस्थापितों को शरण
आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में हाल के दिनों में हुई घनघोर वर्षा एवं बाढ़ से बेघर एवं
विस्थापित हुए लोगों को इन प्रदेशों के काथलिक गिरजाघरों एवं स्कूलों में शरण प्रदान
की जा रही है। बेल्लारी के काथलिक धर्माध्यक्ष हेनरी डिसूज़ा ने सोमवार को बाढ़ प्रभावित
क्षेत्रों का दौरा किया तथा काथलिक कलीसिया द्वारा संचालित संस्थाओं को आदेश दिया है
कि वे बाढ़ से विस्थापित हुए लोगों को राहत पहुँचाने का हर सम्भव प्रयास करें। बी.बी.सी.
की एक रिपोर्ट के अनुसार आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में अभी भी बाढ़ का कहर जारी है। सर्वाधिक
प्रभावित कृष्णा और गुंटूर ज़िले हैं जहाँ के 100 से अधिक गाँव बाढ़ में जलमग्न हो गये
हैं। कर्नाटक में कलीसियाई लोकोपकारी संस्थाओं सहित सरकारी एवं ग़ैरसरकारी संस्थाएँ
भी राहत एवं बचाव कार्य में लगी हैं। उनका कहना है कि यद्यपि वर्षा थमी है तथापि पानी
का स्तर ऊँचा बना हुआ है इसलिये आवागमन में कठिनाई आ रही है। सड़कें टूट चुकी हैं, बिजली
ठप्प पड़ गई है तथा पेयजल का सर्वत्र अभाव बना हुआ है। आंध्र प्रदेश के बारे में बताया
जाता है कि यह इतिहास में अब तक की सबसे भीषण बाढ़ है जिसमें दौ सौ से अधिक लोगों की
मौत हो चुकी है। इसमें जान माल की अपार क्षति हुई है तथा राज्य सरकार का अनुमान है कि
इससे राज्य को 12000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बताया जाता है कि कर्नाटक एवं आन्ध्रप्रदेश
के एक करोड़ अस्सी लाख लोगों ने अपने घर एवं अपनी सम्पत्ति खो दी है। उधर अधिकारियों
ने मरने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी की आशंका भी व्यक्त की है।