वाटिकन सिटी, 3 अक्तूबर, 2009। संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने फिलीपींस की राजधानी मनीला
में आये भयंकर तूफान से हताहत और मृत व्यक्तियों के परिजनों के प्रति अपनी सहानुभूति
दिखलायी है।
संत पापा ने अपनी सहानुभूति उस समय प्रकट की जब फिलीपींस के नये
राजदूत मरचेदेस अर्रासिया तुआसोन ने संत उनसे मुला़क़ात की।
ज्ञात हो कि फिलीपींस
की राजधानी मनीला में 26 सितंबर को भयंकर तूफान केतसाना आया था जिसमें 250 लोगों की मृत्यु
हो गयी।
संत पापा ने इस बात के लिये राजदूत को प्रोत्साहन भी दिया कि फिलीपींस
में विकास के कार्य तेजी से चल रहे हैं। विशेषकर के किसानों को और अधिक सिंचाई सुविधायें
दी जा रहीं है और आवागमन की व्यवस्था को चुस्त-दरुस्त किया जा रहा है।
संत पापा
ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि देश अपने उन सभी आध्यात्मिक और लौकिक श्रोतों का
सदुपयोग करेगा ताकि इससे देश के सब लोगों का आध्यात्मिक और शारीरिक विकास हो पायेगा।
इसके साथ ही लोग इस बात को जान पायेंगे कि ईश्वर भले हैं और अपने पड़ोसियों के
साथ एक साथ मिल कर कार्य कर पायेंगे।
संत पापा ने आगे कहा कि ग़रीबी को समाप्त
करने के लिये यह आवश्यक है कि प्रशासनिक अधिकारी ईमानदारी से कार्य करें और लोगों के
हितों के साथ न्याय करें।
संत पापा ने लोगों को इस बात के लिये प्रोत्साहन दिया
कि वे शांति के लिये कार्य करें विशेषकर के उन प्रांतों में जहाँ आपसी संघर्ष के कारण
क्षेत्र में अशांति है।
इस अवसर पर बोलते हुए संत पापा ने फिलीपींस निवासियों
को इस बात के लिये प्रोत्साहित किया कि वे अपने विश्वास को मजबूत करें अपने सांस्कृतिक
धरोहर और प्रजातांत्रिक मूल्यों की रक्षा करें और विश्व के लिये एक आदर्श राष्ट्र बनें।