स्तारा बोलेसलव में आयोजित यूखारिस्तीय समारोह में संत पापा का प्रवचन
बरनो, 27 सितंबर, 2009 । मेरे अतिप्रिय भाइयो एवं बहनों, येसु हमें आज आमंत्रित करते
हैं कि हम उनके पास आयें, विश्राम करें, उनसे शक्ति प्राप्त करें औj नया जीवन ग्रहण करें।
मैं इस बात से प्रसन्न हूँ कि धर्माध्यक्ष ने आज हमारे लिये जो विषयवस्तु प्रस्तुत
की वह है - आशा।
मेरा विश्वास है कि पूरी दुनिया आशा पर ही टिकी हुई है। मैंने
जो दस्तावेज़ लिखे स्पे साल्भी इसी पर बल दिया है कि आशा पर भरोसा कर सकते हैं।
इतिहास
इस बात का गवाह है कि सत्य, न्याय और भ्रातृत्व पर आधारित समाज का निर्माण करना कितना
कठिन है। ,
मनुष्य स्वतंत्र है और उसकी स्वतंत्रता क्षणभंगुर है। आज इस बात की
ज़रूरत है कि हम अपनी इस स्वतंत्रता का उपयोग इस तरह से करें ताकि हम अपना सामाजिक जीवन
व्यवस्थित कर सकें।
इसके लिये सबसे बड़ी बात है कि हम प्रभु के वचन को सुनें
और उससे आशा ग्रहण करें।
पहले पाठ में इसायस नबी इस बात को बताते हैं कि हमारा
काम है कि हम मुक्ति और खुशी का संदेश ग़रीबों और दुःखियों को सुनायें।
इस संदेश
को येसु ने अपने क्रूस में चढ़ाये जाने के द्वारा पूरा किया और इसके द्वारा लोगों को
एक नयी आशा मिली।
भाइयो एवं बहनों तकनीकि और समाजिक ढाँचों में सुधार मानव समाज
के लिये जरूरी हैं पर ये मानव को नैतिक मूल्यों की गारंटी नहीं देते हैं।
मनुष्य
को विभिन्न बुराइयों से मुक्ति तो चाहिये पर उन बुराइयों से मुक्त होना सबसे अधिक ज़रूरी
है जो इसकी आत्मा को पीड़ित करते हैं।
दुनिया के कई लोगों ने इसलिये दुःख उठाया
क्योंकि वे येसु के प्रति वफ़ादार रहे पर उन्होंने अपनी आशा कभी नहीं खोयी।
बरनो
के महागिरजाघर के दरवाजे में यह अंकित है कि तुम सब के सब मेरे पास आओ मैं तुम्हें विश्राम
दूँगा। क्या हम प्रभु के इस निमंत्रण को अस्वीकार कर सकते हैं।
वर्तमान समाज
में कई तरह की चुनौतियाँ है कुछ कुछ अगलगाव से पैदा हुए कुछ भगवान की अस्वीकृति से और
कुछ इसलिये कि मनुष्य खुद को आत्मनिर्भर समझने लगता है।
ऐसे समय में येसु मसीह
ही हमारी आशा हैं और इसी बात का साक्ष्य पूरी दुनिया को देना हैं।
पुरोहितो, आप
येसु के साथ संयुक्त होकर येसु के कार्यों को उत्साहपूर्वक बढ़ायें। धर्मसमाजियो, आप
अपने पूर्ण समर्पण के द्वारा येसु के प्रेम का साक्ष्य दीजिये और उपस्थित भाइयो और बहनों
अपने विश्वास को सुदृढ़ कीजिये और अपनी सारी योजनाओं को येसु के लिये अर्पित कर दीजिये।
येसु आप लोगों को कभी नहीं छोड़ेगा।
आज मैं आप लोगों से यह अपील करता हूँ कि
आप व्यक्तिगत प्रण करें कि आप जहाँ भी जायेंगे प्रेम और शांति का प्रचारक बनेंगे।
मेरी
पूरी आशा है कि संत सिरिल मेथोडूस, संत दिसलाभा, संत जोन सिकंदर, संत क्लेमेंट मरिया
होबउर औऱ धन्य रेसतीतूता काफकोभा आपको इस कार्य में प्रेरित करें। और येसु और मरिया
आपकी आशा को सुदृढ़ करें।