प्रस्तावित ' कम्युनल हार्मोनी बिल ' को और मजबूत करने का आग्रह
नयी दिल्ली, 21 सितंबर, 2009। ईसाईयों ने लोकसभा में प्रस्तावित कम्युनल हार्मोनी बिल
का स्वागत तो किया है पर कहा है कि इसमें कुछ अंशो को जोड़ा जाना चाहिये ताकि यह और मजबूत
हो सके।
ज्ञात हो कि सन् 2005 में प्रस्तावित इस विधेयक के द्वारा अल्पसंख्यकों
पर होने वाले हिंसा को रोके जाने की बात कही गयी है। एक बार इस विधेयक का प्रारूप बन
कर तैयार हो जाता है तो इसे लोकसभा में प्रस्तुत किया जायेगा।
सीबीसीआई ने इस
विधेयक पर विचार-विमर्श करने के लिये अंतरकलीसियाई और अन्य अल्पसंख्यकों को आमंत्रित
किया है।
सीबीसीआई के प्रवक्ता बाबू जोसेफ ने प्रस्तावित विधेयक को अल्पसंख्यकों
की सुरक्षा की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम बताया है।
उन्होंने बताया कि वे
चाहते हैं कि विधेयक इस बात की गारंटी दे कि अल्पसंख्यकों पर हिंसा ही न हो। इस विधेयक
में इस बात पर बल दिया गया है कि न हिंसा के दोषियों पर कानून सख़्ती से पेश आये।
धर्माध्यक्षों
ने यह सलाह दी है कि अगर राज्य सरकार अल्पसंख्यकों को सुरक्षा नहीं प्रदान करती है तो
केन्द्र सरकार को इस पर हस्तक्षेप करना चाहिये।
बाबू जोसेफ ने बताया कि वे विधेयक
संबंधी प्रतिक्रियाओं और प्रस्तावित सुधारों को लिखित रूप से कानून मंत्री को सौंप देंगे।