जि़म्मेदारीपूर्ण प्रगति के लिये धार्मिक, नैतिक और युक्तिसंगत बातें आवश्यक
वाटिकन सिटी, 21 सितंबर, 2009। संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें की पर्यावरण की रक्षा हेतू
लगातार प्रयास के कारण मी़डिया ने उन्हें " ग्रीन पोप " कहना आरंभ कर दिया है। उक्त
बातों की जानकारी वाटिकन के प्रवक्त जेस्विट फादर फेदेरिको लोमबार्दी ने उस समय कहीं
जब वाटिकन टेलेविज़न के साप्ताहिक कार्यक्रम ' ऑक्तावा दियेस ' में लोगों को संबोधित
कर रहे थे।
जेस्विट फादर लोमबार्दी ने कहा कि पूरी दुनिया यह सही ही है कि संत
पापा ने प्रकृति बचाने और पर्यावरण की सुरक्षा के लिये कार्य करने के बारे में संत पापा
ने लगातार ही योगदान दिया है।
उन्होंने कहा कि अब मानव इस बात के लिये सचेत होती
जा रही है कि अगर पर्यावरण को बचाने का प्रयास न किया गया तो इसका सामंजस्य बिगड़ जायेगा।
उन्होंने कहा कि पोप ने अपने नवीनतम दस्तावेज़, ' कारितास इन वेरिताते ' में
इस कहा है कि मानव इस बात को ध्यान दे कि विश्व एक जिम्मेदारीपूर्ण प्रगति करे और धार्मिक,
नैतिक और युक्तिसंगत बातों को नज़रअंदाज़ न करे।
संत पापा इस बात को बताया है
कि प्रकृति एक संसाधन मात्र नहीं है पर ईश्वर की ओर से मानव को दिया गया एक प्रेम और
सत्य का उपहार है।
और इसी सत्य और प्रेम को समझाने का दायित्व ग्रीन पोप और कलीसिया
को है।