सेकुंदराबाद, 5 सितंबर, 2009। आंध्रप्रदेश की अंतरकलीसियाई सर्वोच्च संगठन आंध्र प्रदेश
फेडेरेशन ऑफ चर्चेस एपीएफसी ने राज्य के मुख्यमंत्री डॉक्टर राजसेखरा रेड्डी के आकस्मिक
निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
डॉ. रेड्डी की मृत्यु 2 सितंबर को हेलिकॉप्टर
के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने हुई।
एपीएफसी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया
कि उसके सदस्य विनम्रता पूर्वक ईश्वर की इच्छा को स्वीकार करते हैं और ईश्वर से यही दुआ
करते हैं कि वे डॉक्टर रेड्डी की आत्मा को उनके भले कार्यो और सेवाओं के लिये अनन्त शांति
प्रदान करें।
इसके साथ उन लोगों की आत्माओं को भी शांति दें जो इस दुर्घटना में
और इसके बाद सदमे के शिकार हो गये हैं।
इस विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि
एपीएफसी के सदस्यों ने डॉक्टर रेड्डी के दुःखित परिजनों के प्रति भी अपनी संवेदना जतायी
है और कहा है कि डॉ.रेड्डी का असमय काल के गाल में समा जाना देश के लिये अपूर्णीय क्षति
है।
उन्होंने कहा कि मरते दम तक वाई एस आर रेड्डी ने गरीबों की सेवा के लिये
कार्य किया। उन्होंने ने गरीबों जरूरतमंदों की शिक्षा और आवास-व्यवस्था के लिये ' आरोग्यश्री
' कार्यक्रम आरंभ किया था।
किसानों के कल्याण के लिये ' जलयंगम ' नामक कार्यक्रम
की शुरुआत भी थी ताकि दलितों और आदिवासी किसानों को सिंचाई की सुविधा मिल सके और उनके
बीच में जमीन का वितरण किया जा सके।
ज्ञात हो कि डॉ. रेड्डी एक परंपरागत ईसाई
परिवार में बढ़े-पले थे।
उन्होंने ईसाई समुदाय के कल्याण के लिये आंध्र प्रदेश
स्टेट क्रिश्चियन फाईनान्स कोरपोरेशन नामक संस्था बनाया था जो कि पूरे देश में इस प्रकार
की पहली संस्था है। उन्होंने एक योजना के अंतर्गत पवित्र नगरी येरुसालेम की यात्रा के
लिये विशेष सरकारी छूट दे रखी थी।
साथ में ईसाइयों के सामूहिक विवाह आयोजित करने
के लिये सरकारी सहायता की व्यवस्था कर दी थी।
अंतरकलीसियाई संगठन ने 6 सितंबर
को डॉ. वाई एस आर रेड्डी को श्रद्धांजलि देने के लिये एक कार्यक्रम का आयोजन किया है
जो संत मेरीस स्कूल सेकुन्दराबाद में सम्पन्न होगा।
हैदराबाद के महाधर्माध्यक्ष
मारापुदी जोजी ने बताया है कि उस दिन उनके आत्मा की शांति के लिये विशेष प्रार्थनायें
की जायेंगी और उनके योगदान के लिये कृतज्ञता व्यक्त की जायेगी।