भारतः कर्नाटक में प्रॉटेस्टेन्ट ख्रीस्तीय गिरजाघरों पर हमले, पुलिस पर हमलावरों का
साथ देने का आरोप
कर्नाटक के तुमकुर ज़िले में प्रॉटेस्टेन्ट ख्रीस्तीय गिरजाघरों पर हिन्दु चरमपंथी दल
के कुछेक सदस्यों ने हमले किये तथा पास्टरों को धमकी दी किन्तु पुलिस ने हमलों के शिकार
लोगों की रक्षा के बजाय हमलावरों का साथ दिया।
स्थानीय सूत्रों के हवाले से एशिया
समाचार ने प्रकाशित किया कि 28 अगस्त की सन्ध्या हिन्दु चरमपंथियों ने तुमकुर ज़िले स्थित
एक प्रार्थनागृह पर आक्रमण कर दिया। बताया जाता है कि हमलावर संघ परिवार के तीन वरिष्ठ
नेताओं तथा तीन पुलिस अधिकारियों के साथ एक जीप पर सवार थे। उन्होंने 33 वर्षीय पादरी
हानुमा नाईक पर धर्मान्तरण का झूठा आरोप लगाया तथा उनकी पिटाई की, प्रार्थनागृह में तोड़
फोड़ मचाई तथा बाईबिल की प्रतियों को फेंककर उनका अपमान किया। चरमपंथियों ने पादरी एवं
उनके परिवार को मौत की धमकियाँ भी दीं। बताया जाता है कि इस घटना के दौरान पुलिस भी चरमपंथियों
का साथ देती रही और बाद उसने नाईक को गिरफ्तार कर लिया।
"ग्लोबल काऊन्सल ऑफ इन्डियन
क्रिस्टियन्स" की रिपोर्ट के अनुसार तुमकुर ज़िले के प्रार्थनागृह में आक्रमण के बाद
संघ परिवार के चरमपंथियों ने बैपटिस्ट चर्च के कृपाश्रय प्रार्थनागृह तथा अग्रहार के
इन्टरनेशनल कुऑपरेशन मिनीस्ट्रीज़ के प्रॉटेस्टेन्ट गिरजाघर पर धावा बोला और वहाँ भी
तोड़फोड़ मचाई।