राष्ट्रहित के लिये सर्वभौमिक हित का बलिदान नहीं- धर्माध्यक्ष मरचेत्तो
वाटिकन सिटी, 26 अगस्त, 2009। प्रवासियों और यात्रियों के लिये बनी धर्मपीठीय समिति के
अध्यक्ष अगोस्तिनो मरचेत्तो ने कहा है कि नये इटालियन कानून के अनुसार प्रवासियों संबंधी
अनियमितताओं को अपराधी करार देना " ओरिजिनल सिन या आदि पाप " है।
धर्माध्यक्ष
अगोस्तिनो ने उक्त बातें उस समय की जब वे 14 अगस्त को ब्रिटिश पत्रिका ज्यूरिस्ट में
छपी लेख पर टिप्पणी कर रहे थे।
इस लेख में इतालियन सरकार के द्वारा सार्वजनिक
सुरक्षा के तहत् एक नया कानून पास किया गया है। उन्होंने कहा कि इस कानून के संबंध में
पहले ही मैंने अपनी टिप्पणियाँ दे दी हैं।
धर्माध्यक्ष ने कहा कि प्रवासियों
के द्वारा किये गये कुछ आपराधिक करतूतों को मीडिया द्वारा प्रचारित करने के कारण इटलीवासियों
में भय और असुरक्षा का वातावरण बन गया है।
धर्माध्यक्ष ने कहा कि अगर इटली के
लोग प्रवासियों के सिर्फ़ अपराधों की चर्चा करते हैं और उनके द्वारा किये जा रहे बुजूर्गों
बच्चों और घरेलु कार्यों में मदद की चर्चा नहीं करते हैं तो यह प्रवासियों प्रति अन्याय
है।
उन्होंने यह भी बताया कि आज लोग अपने घर-द्वार इसलिये छोड़ रहे हैं क्योंकि
उनके देश में युद्ध हिंसा मानवाधिकारों का हनन सूखा और अन्य प्राकृतिक विपदायें हैं।
धर्माध्यक्ष ने संयुक्त राष्ट्र संघ की उस सभा का ज़िक्र भी किया जिसमें प्रवासियों
के बारे में चर्चा की गयी थी।
इसके अनुसार सरकार को चाहिये कि वे उन लोगों को
पकड़े जो हिंसा और भय फैलाते हैं न कि जो सिर्फ़ एक प्रवासी हैं।
उन्होंने बताया
कि इटली की सरकार ने जो नया कानून बनाया है उसके अनुसार प्रवासियों की गलतियों को आपराधिक
माना गया है।
वास्तव में यह केवल प्रशासनिक नियम भंग है जैसा कि पहले माना जाता
था। उन्होंने कहा इससे प्रवासियों का जीवन बहुत ही कठिन हो गया है।
इस नये नियम
से न केवल प्रवासी को परेशानियाँ हैं पर उन सब इटली वासियों को भी जो इन्हें मदद देते
हैं या जिन घरों में ये रहा करते हैं।
धर्माध्यक्ष ने कहा कि सभी देशों को यह
अधिकार है कि वह प्रवासियों के संबंध में नियम बनाये और देश को सुरक्षा दे पर सुरक्षा
के साथ-साथ न्याय और सहानुभूति को अलग नहीं किया जा सकता है।
राष्ट्रीय हित के
लिये सर्वभौमिक हित को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता है।